नए एक्सप्रेस वे की विशेषताएं
- संपर्क विस्तार: ये एक्सप्रेसवे प्रदेश के हर जिले को आपस में सीधे जोड़ेंगे और पड़ोसी राज्यों से भी संपर्क स्थापित करेंगे।
- आर्थिक लाभ: इन एक्सप्रेस वे के निर्माण से राज्य में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के अवसर सृजित होंगे और आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी।
- यात्रा समय में कमी: लंबी दूरी की यात्रा में कमी आएगी, जिससे लोगों को समय और धन की बचत होगी।
गंगा एक्सप्रेसवे का महत्व
गंगा एक्सप्रेस, जो मेरठ से प्रयागराज तक फैला है, 594 किलोमीटर लंबा है और उत्तर प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजरता है। इस एक्सप्रेस वे के निर्माण से मेरठ से प्रयागराज तक की यात्रा समय में कमी आएगी, जिससे तीर्थयात्रियों और व्यापारियों को लाभ होगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत 36,404 करोड़ रुपये है।
निर्माण की स्थिति
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है, और नवंबर 2025 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है। इस एक्सप्रेस वे के बन जाने के बाद, मेरठ और प्रयागराज के बीच 594 किलोमीटर की यात्रा मात्र ढाई घंटे में पूरी हो सकेगी। उम्मीदें और भविष्य
इन एक्सप्रेस वे के निर्माण से उत्तर प्रदेश में परिवहन की सुविधा में सुधार होगा, जिससे राज्य की समग्र विकास दर में वृद्धि होगी। यह परियोजना राज्य सरकार की विकासोन्मुखी नीतियों का हिस्सा है, जो प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।