पिता ने कहा – पहले की गई गिरफ्तारी, बाद में किया गया एनकाउंटर
अनुज कनौजिया के पिता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बेटे को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था और बाद में फर्जी एनकाउंटर में मार दिया गया। उन्होंने प्रशासन पर ज़बरदस्ती कार्रवाई करने का भी आरोप लगाया। उनका कहना है कि अनुज के नाम पर गांव में कुछ भी नहीं था, फिर भी प्रशासन ने उनके मकान गिरा दिए।
मुख्तार अंसारी का शॉर्प शूटर था अनुज कनौजिया
कुख्यात अपराधी अनुज कनौजिया पर 2.5 लाख रुपये का इनाम घोषित था। वह मुख्तार अंसारी गैंग का शॉर्प शूटर था और गैंग में युवाओं की भर्ती करने का काम भी करता था। पिछले कई सालों से पुलिस को उसकी तलाश थी।
एनकाउंटर में एक पुलिस अधिकारी भी हुआ घायल
झारखंड में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ के दौरान अनुज कनौजिया को मार गिराया गया। इस मुठभेड़ में एक पुलिस अधिकारी भी घायल हो गया। पुलिस ने इसे एक बड़ी सफलता बताया है।
पीड़ित परिवार ने जताया संतोष
अशोक सिंह, जिनके भाई की हत्या मुख्तार अंसारी के इशारे पर की गई थी, ने कहा कि उन्हें वर्षों बाद न्याय मिला है। उन्होंने कहा, “योगी जी की सरकार में हमें इंसाफ मिला है। एनकाउंटर में एक अधिकारी भी घायल हुआ है, जिससे साफ होता है कि यह मुठभेड़ वास्तविक थी।”
दुर्दांत अपराधी की छवि
अनुज कनौजिया की छवि एक बेहद खतरनाक अपराधी की थी। हत्या, लूट और रंगदारी जैसे लगभग दो दर्जन संगीन मामलों में उसका नाम शामिल था। उसके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। पुलिस का कहना है कि उसकी मौत से इलाके में अपराध पर लगाम लगेगी। मुख्तार अंसारी गैंग के दुर्दांत अपराधी अनुज कनौजिया की मौत पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। हालांकि, इस एनकाउंटर को लेकर उठ रहे सवालों की जांच होनी बाकी है।