राजस्थान के पंचायतीराज संस्थाओं के पुनर्गठन, पुन: सीमांकन एवं नवसृजन में खींवसर उपखण्ड के गांवों की पंचायत स्तरीय राजनीति में बड़ा बदलाव आएगा। ऐसे में दर्जनभर से अधिक लोगों को पंचायतीराज के प्रतिनिधित्व में भाग्य आजमाने का अवसर मिलेगा।
अनेक नेताओं के पंचायतों में जातीय समीकरण बिगड़ने से उन्हें इस बार चुनाव से विश्राम करना पड़ सकता है। सबकुछ ठीक ठाक रहा तो इस बार उपखण्ड में दो प्रधान होंगे। इसके लिए पांचौड़ी को पंचायत समिति बनाने के लिए उपखण्ड अधिकारी ने जिला कलक्टर को प्रस्ताव भेजा है, वहीं परिसीमन में 13 नई ग्राम पंचायतें बनेगी तो करीब 37 गांवों की सीमाओं में बदलाव होगा। 12 ग्राम पंचायतें यथावत रहेगी। उपखण्ड प्रशासन ने ग्रामीणों के मांग पत्रों पर समीक्षा करने के बाद जिला कलक्टर को पंचायत समिति, नई ग्राम पंचायतें एवं ग्राम पंचायतों की सीमाओं में बदलाव के प्रस्ताव तैयार कर भिजवाए हैं।
इनमें विशेषकर पांचौड़ी पंचायत समिति बनने से मरूस्थलीय गांवों में निवास करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्हें पंचायत समिति पहुंचने के लिए अलसुबह घर से निकलना पड़ता था, वहीं छोटे-मोटे काम के लिए पूरा दिन गुजर जाता था। पुनर्गठन एवं नवसृजन के प्रस्तावों के बाद पंचायतों में चुनावों की हलचल भी तेज हो गई है। डेडिकेटेड कमेटियों ने पूर्ण समीक्षा के पश्चात प्रस्ताव तैयार किए है।
नई ग्राम पंचायतों का रास्ता लगभग साफ
ऐसे में पांचौड़ी पंचायत समिति बनने एवं 13 नई ग्राम पंचायतें बनने का लगभग रास्ता साफ हो गया है। पुनर्गठन में ग्राम पंचायत भेड़, बिरलोका, देऊ, गुढा भगवानदास, करणू, खटोड़ा, खींवसर, लालाप, लालावास, नागड़ी, पापासनी व टांकला को यथावत रखा गया है। ग्राम पंचायत आचीणा के समीप छोटा राजस्व गांव नहीं होने तथा मरूस्थलीय क्षेत्र होने के कारण नियमों को शिथिलता देते हुए 2721 की आबादी के बाद भी ग्राम पंचायत मुख्यालय रखा गया है।
थली क्षेत्र को मिलेगा लाभ
प्रशासन के प्रस्ताव के बाद पांचौड़ी पंचायत समिति बनने की प्रबल सभावना है। खींवसर पंचायत समिति में नवसृजन के बाद पंचायतों की संख्या करीब 47 तक पहुंच जाएगी। ऐसे में इसकी आधी पंचायतों को पांचौड़ी में शामिल कर उसे पंचायत समिति बनाया जाएगा। यहां पहले से ही उप तहसील है। थली क्षेत्र के पिछड़े गांवों में पंचायत समिति का पूरा लाभ मिलेगा।
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जिला कलक्टर को भेजा है प्रस्ताव
पंचायतीराज संस्थाओं के पुनर्गठन एवं नवसृजन को लेकर ग्रामीणों के मांग पत्र पर डेडिकेटेड कमेटी की ओर से समीक्षा करने के पश्चात पांचौड़ी पंचायत समिति एवं 13 नई ग्राम पंचायतें बनाने के प्रस्ताव तैयार कर जिला कलक्टर को भेजे हैं।