दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक आयोजित हुई परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को सुबह 11 बजे से त्रिस्तरीय जांच के बाद प्रवेश देना शुरू कर दिया। इस दौरान अभ्यर्थियों को शूज, हाथ व गले के धागे, कान, नाक, गले में गहने आदि भी उतारने पड़े। परीक्षा शुरू होने से आधा घंटे पहले प्रवेश बंद कर दिया गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर चम्पालाल जीनगर ने बताया कि परीक्षा को लेकर हर परीक्षा केन्द्र पर एक मजिस्ट्रेट को लगाया गया। परीक्षा शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गई।
बॉयोमेट्रिक जांच के बाद दिया प्रवेश नीट परीक्षा आयोजन में निष्पक्षता एवं पारदर्शिता बनाए रखने के लिए परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थियों को त्रिस्तरीय जांच के बाद प्रवेश दिया गया। इस दौरान एनटीए ने मेटल डिटेक्टर व बॉयोमेट्रिक सत्यापन किया तो पुलिस ने भी अभ्यर्थियों को जांच के बाद अंदर प्रवेश दिया। साथ ही सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। यहां तक कि पेन भी परीक्षा केन्द्र पर दिए गए।
किसी ने बॉयो को तो किसी ने फिजिक्स को बताया हार्ड परीक्षा देकर बाहर निकले परीक्षार्थियों से पत्रिका टीम ने बात की तो सामने आया कि जयादातर दूसरी या तीसरी बार परीक्षा देने वाले थे। दूसरी बार परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों में से किसी ने बॉयोलॉजी का पेपर हार्ड बताया तो किसी ने फिजिक्स का। कुछ छात्रों ने यह भी कहा कि पिछली बार की तुलना में इस बार पेपर थोड़ा कठिन था।
शहर में लगा जाम परीक्षा समाप्त होने पर कांकरिया स्कूल के सामने जाम लग गया। करीब 15 मिनट तक जाम की स्थिति रही। इस दौरान यातायात पुलिस ने व्यवस्था संभालने का प्रयास किया, लेकिन एक साथ अधिक वाहन आ जाने से जाम लग गया।