5 रिलीफ कैंप बनाए गए
राजस्व विभाग के अधिकारी ने कहा कि प्रदेश भर में 164 जानवरों की जान भी आपदा के कारण गई है। 154 मकानों को नुकसान पहुंचा है। 106 पशु घर तबाह हो गए हैं। अधिकारी ने कहा कि राज्य के 14 पुल को नुकसान पहुंचा है। 31 गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। प्रदेश में पांच रिलीफ कैंप लगाए गए हैं। जिनमें 357 आपदा प्रभावित लोग रहे हैं। प्रशासन उनके खाने-पीने का इंतजार कर रहा है।
250 से अधिक सड़कें बंद, बिजली आपूर्ति ठप
प्रदेश में बादल फटने, भूस्खलन और बारिश से कई हलकों में बिजली-पानी की आपूर्ति पूरी तरह से ठप है। बुधवार सुबह 10:00 बजे तक 282 सड़कें आवाजाही के लिए बंद रहीं। 1361 बिजली ट्रांसफार्मर व 639 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं। मंडी जिले में सबसे अधिक 182, कुल्लू 37, शिमला 33 व सिरमाैर जिले में 12 सड़कों पर आवाजाही बाधित रही।
7 दिन भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने कहा कि कसौली में 55.0, बग्गी में 54.8, धर्मपुर में 38.8, सोलन में 27.4, पंडोह में 27.0, शिमला में 25.2, सुंदरनगर में 22.8, कंडाघाट में 21.0, भराड़ी में 17.4 व कुफरी में 16.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य के कई भागों में लगातार एक सप्ताह तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। कुछ हलकों में 8 जुलाई तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि कई इलाकों के लिए 5 से 7 जुलाई तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।