अभी बनते हैं फर्नीचर-मसाले-मिठाइयां तिहाड़ जेल में 20 हजार कैदी हैं। ये फिलहाल बेक्ड मिठाइयां, फर्नीचर, मसाले और स्नैक्स तैयार करते हैं। कैदियों द्वारा तैयार फर्नीचर का इस्तेमाल दिल्ली की सरकारी स्कूलों में किया जाता है, जबकि बेक्ड मिठाइयां तिहाड़ बेकरी आउटलेट में बेची जाती हैं। ये आउटलेट दिल्ली में कई जगह हैं। कुछ कैदी दर्जी का काम करते हैं। इनकी सिली सफेद शर्ट दिल्ली के वकील भी खरीदते हैं।
हर महीने 10,000 तक कमाई नई इकाइयों के संचालन के लिए बोर्ड का गठन किया जाएगा। इसमें अधिकारी और कैदी शामिल होंगे। तिहाड़ जेल में अकुशल श्रमिक औसतन 7,000 रुपए, जबकि कुशल श्रमिक 10,000 रुपए प्रति माह कमाता है। सभी कैदियों में से कम से कम आठ फीसदी को किसी न किसी तरह नौकरी में नियोजित करना जरूरी है। जेल प्रशासन का मकसद रोजगार के नए अवसरों के साथ इसे 25% तक बढ़ाना है।