21 विधानसभा में 17 पर एनडीए का कब्जा
पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण के 21 विधानसभा में 17 पर एनडीए का कब्जा है। कहा जा रहा है कि बीजेपी यहां अपने किला को और मजबूत करने के उदेश्य से पीएम की सभा को यहां पर प्रस्तावित किया है। बीजेपी का कहना है कि पीएम की इस सभा से बिहार के तीन दर्जन से ज्यादा सीटों पर असर पड़ेगा। पार्टी का मानना है कि पीएम की इस रैली का पूर्वी चंपारण के दक्षिण में मुजफ्फरपुर जिला के कुछ विधानसभा और पश्चिम की ओर से गोपालगंज तथा पश्चिमी चंपारण जिला पर विशेष प्रभाव पड़ेगा। इस प्रकार बिहार के करीब तीन दर्जन विधानसभा सीटों पर इसका असर पड़ेगा। इस सभी सीटों पर पार्टी के लिए महौल भी बनेगा।
पूर्वी चंपारण में एनडीए का दबदबा
यह क्षेत्र एनडीए का गढ़ माना जाता है। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए ने सिर्फ पूर्वी चंपारण के 12 सीटों में से 9 सीटें अपने खाते में कर लिया था। इसी प्रकार सीतामढ़ी के 8 विधानसभा सीटों में से एनडीए ने 6 सीटें अपने नाम कर लिया था। शिवहर के एकमात्र विधानसभा सीट पर एनडीए का ही कब्जा है। इस प्रकार 21 विधानसभा में 16 विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। 5 सीटों पर महागठबंधन का कब्जा है। पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण की बात करें तो इन दोनों जिलों में 21 विधानसभा सीटें हैं। पूर्वी चंपारण में 12 सीटें हैं और पश्चिम चंपारण 9 सीट है। इन दोनों जिलों के 21 सीटें में 17 सीटों पर एनडीए का कब्जा है। 17 में 15 सीट अकेले बीजेपी के खाते में है।
मोतिहारी की सभा के सियासी मायने
पूर्वी चंपारण के मोतिहारी की सभा से पीएम जिले के 12 विधानसभा सीटों के अतिरिक्त सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर और गोपालगंज के अधिकांश जिलों को साधने का प्रयास करेंगे। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल का कहना है कि पीएम की इस सभा में आस पास के 24 विधानसभा के लोगों को इसमें शामिल होने के लिए कहा गया है।
पीएम की सभा को लेकर प्रचार शुरू
मोतिहारी में पीएम मोदी की प्रस्तावित रैली को लेकर बीजेपी की ओर से पूरे क्षेत्र में माहौल बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रचार गाड़ियों से पीएम की रैली की जानकारी देने के साथ साथ उन्हें सभा में आने का आग्रह भी कर रहे हैं। बीजेपी सूत्रों के अनुसार प्रचार गाड़ियों को अलग-अलग क्षेत्र में रवाना कर दिया गया है।