पढ़ें राजस्थान पत्रिका : समावेशी विकास के तहत दक्षिणी और पश्चिमी जिलों में भी उद्योगों के विकास की कोशिश हो रही है। मदुरै और कोयबत्तूर में मेट्रो रेल परियोजनाओं की संभावना तलाशना इसका उदाहरण है। समुद्र के बीच ग्लास ब्रिज के निर्माण से पर्यटकों को आकर्षित करने की नीति ने भी वाहवाही लूटी है। लगता है कि तमिलनाडु 2030 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हासिल करने के लक्ष्य की ओर सतत अग्रसर है।
मेट्रो पकड़ेगी रफ्तार चेन्नई महानगर में
मेट्रो रेल के दूसरे चरण के लागू होने के बाद कई सकारात्मक प्रभाव सामने आएंगे। विशेषकर आइटी कॉरिडोर में, मेट्रो के दूसरे चरण का प्रभाव बहुत महत्वपूर्ण होगा। यह कॉरिडोर चेन्नई के सबसे बड़े आइटी हब में से एक है, और मेट्रो के दूसरे चरण से यहां की कनेक्टिविटी में सुधार होगा। इससे आइटी कंपनियों और पेशेवरों के लिए यह क्षेत्र और भी आकर्षक हो जाएगा। दूसरे चरण के लागू होने में लगभग 2025 से 2028 तक का समय लगेगा। यह परियोजना चेन्नई के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगी, और इसके पूरा होने से शहर के निवासियों और व्यवसायों के लिए कई अवसर प्रदान होंगे।
तमिलनाडु की जीडीपी तमिलनाडु की अर्थव्यवस्था में कई प्रमुख क्षेत्र हैं जो राज्य के जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं। राज्य की जीडीपी 2022-2023 तक 23,64,514 करोड़ रुपए थी, जिसमें 14% का इजाफा हुआ था। जीडीपी में अधिक योगदान देने वाले कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं:
सेवा क्षेत्र: तमिलनाडु की अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र का योगदान सबसे अधिक है, जो राज्य के जीडीपी में लगभग 55% का योगदान करता है ख। विनिर्माण क्षेत्र: विनिर्माण क्षेत्र तमिलनाडु की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो राज्य के जीडीपी में लगभग 34% का योगदान करता है ख।
कृषि क्षेत्र : कृषि क्षेत्र तमिलनाडु की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो राज्य के जीडीपी में लगभग 11% का योगदान करता है ख। इन क्षेत्रों के अलावा,ऑटोमोबाइल, आईटी, और कपड़ा उद्योग का भी महत्वपूर्ण योगदान हैं।