इस संबंध पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीते 12 मार्च की सुबह जामगांव रेलवे ट्रैक पर एक युवक की लाश मिली थी। शुरूआती जांच में हादसा प्रतीत हो रही घटना को पुलिस ने 12 घंटे में खुलासा कर यह स्पष्ट कर दिया कि यह एक सुनियोजित हत्या थी। जिसे मृतक के साथी ट्रक चालक सुरेश सिंह और बसंत चौहान ने मिलकर अंजाम दिया था।
पत्नी के साथ अवैध संबंध का शक
मृतक जितेंद्र सिंह पर सुरेश को शक था कि उसके अपनी पत्नी के साथ अवैध संबंध है। इसी रंजिश में दोनों ने योजना बनाकर 11 मार्च की रात उसे बहाने से जामगांव रेलवे ट्रैक के पास बुलाया। वहां शराब पिलाने के बाद दोनों ने मिलकर पहले मारपीट की और फिर नुकीले हथियार से उसके सिर और गले पर वार कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद सुरेश ने पुलिस को गुमराह करने के लिए स्वयं ही जाकर लाश मिलने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जांच में जब साइबर सेल और फॉरेंसिक टीम ने सुराग जोड़े तो मामला साजिश का निकला। पूछताछ में सुरेश ने हत्या की बात स्वीकार की। ऐसे में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं मामले का दूसरा आरोपी बसंत चौहान फरार चल रहा था।
तमिलनाडु पहुंची पुलिस टीम
फरार आरोपी की पतासाजी कराई की जा रही थी। तकनीकी विश्लेषण के जरिए एक अनजान नंबर की गतिविधि का सुराग मिला। इसके आधार पर पुलिस टीम तमिलनाडु गई। वहां आरोपी बसंत को एक होटल में बुलाया गया और पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म स्वीकार किया। पुलिस टीम ने शनिवार को आरोपी को पुन: घटना स्थल ले जाकर घटना स्थल का रिक्रिएशन कराया और ई-साक्ष्य के तहत आरोपी के इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य सुरक्षित किए गए। आरोपों के मेमोरेंडम पर
हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी और मोबाइल फोन भी पुलिस ने बरामद किया।