पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मामला 9 दिसंबर 2024 को उस समय सामने आया था, जब खैरपुर छिंदटिकरा निवासी महबूब खान ने कोतरारोड़ पुलिस को ट्रेलर क्रमांक सीजी 11 एबी 1587 की चोरी की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया कि ट्रेलर सारथी पेट्रोल पंप के पास खड़ी थी, जिसे 6 दिसंबर की रात के बाद अगली सुबह चोरी कर लिया गया। पुलिस ने मामले में अपराध दर्ज कर जांच शुरू की।
सीसीटीवी फुटेज खंगाले
जांच के दौरान पुलिस ने घटना स्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले और जीपीएस ट्रैकिंग के साथ मुखबिरों को भी सक्रिय किया। इसी बीच उरला थाना क्षेत्र के मौदहापारा निवासी शेख हमीद के यार्ड में ट्रेलर की अवैध कटिंग की जानकारी मिलने पर कोतरारोड़ पुलिस ग्राहक बनकर शेख हमीद से मिली और सोनडोंगरी स्थित यार्ड पर छापा मारा। वहां से चोरी ट्रेलर से संबंधित उपकरण बरामद किए गए। पूछताछ में शेख हमीद ने खुलासा किया कि ट्रेलर राशिद खान ने चोरी की थी और उसे गाजी खान के माध्यम से यार्ड में लाया गया था। बाद में चोरी ट्रेलर का डाला अब्दुल रफीक उर्फ लाला खान ने फिरोज उर्फ राजा खान के सहयोग से राजा खान के ट्रक में छिपाकर रखा था, जिसकी बरामदगी की गई।
पूछताछ में आरोपी ने कबूला अपना जुर्म
गिरफ्तार आरोपियों में से गाजी खान ने पूछताछ में यार्ड में
चोरी का माल ठिकाने लगाने की बात स्वीकार की। उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि पहले से रही है। सभी आरोपियों के खिलाफ समूह में संगठित तरीके से अपराध करने के चलते भारतीय न्याय संहिता की धाराएं 238, 317(4), 324(5), 111(5), 3(5) भी जोड़ी गई हैं।
संदिग्ध गतिविधियों में रहा शामिल
इस पूरे प्रकरण में फरार चल रहा मुख्य आरोपी राशिद खान को कोतरारोड़ पुलिस ने गुरुवार की रात पतरापाली, गोरखा रोड क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधि के दौरान गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपना नाम, पता बताकर चोरी की वारदात में शामिल होने की बात कबूल की। उसने यह भी बताया कि अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद वह लगातार छिपता फिर रहा था। उसे विधिवत गिरफ्तार कर शुक्रवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे रिमांड पर भेजा गया।