संक्रामक विषाणुजनित रोग
खुरपका-मुंहपका रोग (एफएमडी) पशुओं का अत्यधिक संक्रामक विषाणुजनित रोग है। इसमें पशुओं में बुखार आ जाता है। इसके बाद मुख्यत: मुंह और पैरों पर पुटिकाएं (फफोले) बन जाते हैं। मुंह से लार गिरने लग जाती है। खुरपका-मुंहपका रोग स्वस्थ पशुओं के बिना टीकाकरण किए हुए संक्रमित पशुओं के सम्पर्क में आने, पशुओं में दूषित चारे, दाने व पानी के सेवन, रोगी पशु की बिछावन के सम्पर्क में आने आदि से फैलता है।
पशुपालकों को होता है नुकसान
उक्त बीमारी पशुपालकों को सर्वाधिक आर्थिक नुकसान पहुंचाती है। उक्त रोग से ग्रस्त होने पर पशुओं का वजन घट जाता है। उनके दूध उत्पादन के साथ ही प्रजनन क्षमता भी प्रभावित होती है। इस रोग से ग्रस्त होने पर पशुओं को वापस पुरानी स्थिति में आने में काफी समय लगता है। इसके कारण पशुपालकों को सर्वाधिक नुकसान होता है। विभाग की ओर से उपलब्ध कराई गई डोज निम्नलिखित है। शहर का नाम डोज कराई उपलब्ध
- उदयपुर 1188950
- प्रतापगढ़ 485350
- राजसमंद 403630
- डूंगरपुर 633350
- चितौडगढ़़ 718400
- भीलवाड़ा 994850
- अजमेर 765050
- जयपुर 1610250
- नागौर 536800
- कुचामन 410400
- टोंक 517000
जिले में टीकाकरण किया शुभारंभ
जिले में पशुओं के मुंहपका और खुरपका रोग से बचाने के लिए टीकारण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। जिले में 4,03630 पशुओं के टीकाकरण किया जाएगा।
- डॉ. शक्ति सिंह, संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग राजसमंद