घर छोड़कर चली गई थी ईश्वर की पत्नी
मृतक ईश्वर पिता कचरू मईड़ा (25) लुकीपाड़ा थाना बाजना का निवासी है। मृतक ईश्वर की भाभी रामीबाई पति सूरज ने पुलिस को बताया कि उसके देवर ईश्वर की शादी चंद्रगढ़ निवासी गलिया की लडकी भूरी बाई से हुई थी। रामीबाई अपने पति और देवर के परिवार के साथ एक ही मकान के दो हिस्सों में रहते हैं। रामीबाई के अनुसार देवर ईश्वर व देवरानी भूरीबाई का पूर्व में विवाद हो गया था। इस पर भूरीबाई मायके चंद्रगढ़ खोरा चली गई थी। करीब 5-6 दिन पूर्व जेठ कनीराम, तोलाराम, दिनेश व देवर ईश्वर उसे लेने चंद्रगढ़ गए थे। परिवार से चर्चा करके भूरीबाई को साथ ले आए थे। यह भी पढ़े –
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रामीबाई ने बताया कि गुरुवार की शाम 8.30 बजे देवर ईश्वर अपनी पत्नी भूरीबाई के साथ उनके कमरे थे। इतने में भूरीबाई के पिता गलिया और उसके पांच अन्य साथी तीन बाइक से आये। बाइक खड़ी कर भूरी बाई के आंगन के पास आए और बोले की ईश्वर हमारी लड़की को परेशान कर रहा है। ऐसा बोलकर गलिया ने दरवाजे पर आवज दी। इस पर भूरीबाई और देवर ईश्वर कमरे से बाहर आए।
इतने में गलिया ने देवर ईश्वर का गला पकड़ा व उसके दो साथियों उसके हाथ-पैर पकडक़र ले गए। हम जोर से चिल्लाए तो मेरा पति सूरज व जेठ तोलाराम भी आ गए। इन्हें देखकर ये लोग ईश्वर को रोड किनारे धक्का-मुक्की कर चले गए। गला इतनी जोर से पकडक़र उसे सडक़ पर फैंका कि वह अचेत हो गया। उसकी सांसे उखड़ गई थी। हमने उसे देखा तो मर चुका था।
दो आरोपी गिरफ्तार
बाजना थाने के टीआई रणजीत सिंघार ने बताया कि मृतक का ससुर गलिया पिता भाणजी डोडियार, काका सुरेश उर्फ सूरज, दिलीप, मनीष, नीलेश ने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने इनके खिलाफ केस दर्ज किया है। रातभर सर्चिग के बाद बाजना पुलिस ने गलिया और सुरेश को गिरतार कर लिया है।