रेलवे स्टेशन पर कई जगहों पर टूटी कुर्सियां लगी हैं, जिनपर बैठने से लोगों को गिरने का डर बना रहता है। सीमेंट से बनी इन कुर्सियों के गिरने से यात्री चोटिल भी हो सकते हैं। इसके बाद भी इसपर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
स्टेशन के सभी प्लेटफॉर्म पर पानी की सही निकासी न होने के कारण पानी एप्रॉन में ही भरता है। इस गंदगी पर अधिकारियों को फटकार भी मिलती है, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ है। इसके अलावा स्वागत गेट के पास भी कबाड़ जमा होने जैसी स्थिति रहती है, लेकिन वहां पर भी स्थानीय अधिकारियों का ध्यान नहीं जाता है और बाहर से स्टेशन में प्रवेश करने वाले यात्रियों को सामने से साफ स्वच्छत नहीं दिखती है।
चार व पांच नंबर प्लेटफॉर्म पर स्थित वॉटर स्टैंड लोहे का है, जो पानी के कारण खराब हो चुका है। जहां पर पानी पीते समय यात्रियों को घायल होने का खतरा बना रहता है, लेकिन इसपर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।