घायलों के लिए तत्काल टिटनेस के इंजेक्शन की भी जरूरत थी, लेकिन अस्पताल में पिछले कई दिनों से इंजेक्शन न होने के कारण उन्हें बाहर से खरीदकर इंजेक्शन लगवाना पड़ा, जो कि अस्पताल में नि:शुल्क तत्काल लगाया जाना चाहिए।
अस्पताल स्टाफ ने बताया कि दो बजे से डॉ. पल्लवी जैन की ड्यूटी अस्पताल में थी, जो 2 बजकर 35 मिनट पर अस्पताल पहुंचीं, इस दौरान अस्पताल आए घायल भी इलाज के अभाव में तड़पते रहे। इसके बाद भी यहां पर व्यवस्थाएं बनाने पर जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।