एमपी के सीधी में सड़क हादसे में पुलिस ने सीधी सांसद डॉ. राजेश मिश्रा की बहू डॉ. बीना मिश्रा को क्लीन चिट दे दी है। पुलिस ने दावा किया है कि दुर्घटना के समय कार सांसद बहू नहीं बल्कि चालक चिंतामणि यादव चला रहा था। यह दावा जांच में सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर किया गया है।
घटना सिटी कोतवाली क्षेत्र के पड़ैनिया अर्जुन तोरण द्वार के पास की है। वहां अकौरी निवासी अनिल द्विवेदी की स्कूटी कार (एमपी 53 जेई 5613) से टकरा गई थी। परिजनों ने सांसद बहू पर कार चलाकर एक्सीडेंट करने और घायल को अस्पताल न ले जाने का आरोप लगाया। घायल युवक को पहले सीधी से रीवा, फिर जबलपुर और नागपुर रेफर किया गया। नागपुर में ऑपरेशन के बाद उसे रीवा मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां 10 अप्रेल की शाम उसकी मौत हो गई थी।
11 अप्रेल को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव सांसद आवास के सामने रखकर चक्काजाम किया था। इसके बाद पुलिस ने सांसद बहू पर केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। अब पुलिस का कहना है कि स्कूटी तेज रफ्तार में थी और टक्कर चालक की लापरवाही से हुई।
एसपी डॉ. रविंद्र वर्मा के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों व सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई, जिसमें सामने आया कि जब स्कूटी व कार में टक्कर हुई उस समय चालक चिंतामणि यादव कार चला रहा था। नाबालिग तेज गति से स्कूटी चलाते हुए कार से टकरा गया।
पुलिस का यह तर्क
मामले में पुलिस का तर्क है कि स्कूटी पर दो लोग सवार थे। घायल विकास कुमार पांडेय ने घटना के बाद पुलिस को बयान दिया था कि स्कूटी अनिल द्विवेदी (हादसे में मृत) चला रहा था। विवेचना के दौरान सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट हुआ कि स्कूटी अनिल नहीं बल्कि विकास चला रहा था। इस विरोधाभास को दूर करने के लिए पुन: विकास के कथन लिए गए। उसमें विकास ने स्वीकार किया कि वह स्वयं स्कूटी चला रहा था। वहीं कार चालक चिंतामणि यादव ने स्वीकार किया है कि कार वह चला रहा था।