बुजुर्ग महिलाएं हैंडपंप से लाती है पानी
मोहल्ले में वृद्ध महिलाएं धूप में हैँडपंप से पानी भरने को विवश है। पानी से भरे बर्तन लाते उन पर हर किसी को तरस आ जाए। अकेली रहने वाली 80 साल की एक विधवा बुजुर्ग महिला की तो आसपास के लोग पानी उपलब्ध करवाकर उनकी मदद करते हैं। कई लोग टैंकरों से पानी की व्यवस्था करने को मजबूर हैं।
सुबह जागते ही पानी की चिंता
सुबह जागते ही मोहल्ले के लोगों को पानी चिंता सताने लगती है। पानी के लिए घर से हैंडपंप तक कई चक्कर लगाकर वे पर्याप्त पानी की व्यवस्था नहीं कर पाते। छोटा काम धंधा करने वाले ज्यादा परेशान हैं। मोहल्ले के देवा भाई, राजेश बारोट, अमित, मुकेश कुमार, रवि कुमार, मोहनलाल प्रजापति, भावना, नगीनदास समेत दो दर्जन से अधिक जल उपभोक्ताओं के लिए पानी का संकट आफत बना हुआ है।
ऐसी थी जलापूर्ति व्यवस्था
मोहल्लेवासियों ने बताया कि पहले अंबाजी मार्ग की तरफ व डॉ. तोशर के पीछे वाले गली में स्थित पाइप लाइन से मोहल्ले में पानी सप्लाई होता था। जलदाय विभाग ने गंदा पानी आने की समस्या के चलते अंबाजी मार्ग की तरफ से नाले में होकर आ रही पाइप लाइन को काट दिया। इससे गंदा पानी आने की समस्या का तो समाधान हो गया, लेकिन अब प्रेशर से मोहल्ले में पेयजल नहीं पहुंच रहा। जिससे समस्या पैदा हो गई।
मोटरें जल गई
बिना मोटर लगाए तो नलों में एक बूंद पानी नहीं आता। मोटर लगाने से पांच-दस मिनट पानी आकर रुक जाता है। पानी की आस में मोटर चालू रखने से कई लोगों की मोटर जल जाती है। तो कइयों की मोटरें इतनी गर्म हो जाती है कि उन्हें बंद करनी पड़ती है।
उप मुयमंत्री को सौंपा ज्ञापन
वार्ड-18 की पार्षद पुष्पा बेन ने बताया कि शनिवार को एक कार्यक्रम में भाग लेने आबूरोड आए उप मुयमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा को उन्होंने ज्ञापन सौंपकर पेयजल समस्या से अवगत कराया है। नलों में पानी की जगह हवा आती है। कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया, लेकिन समस्या जस की तस है। जिससे मोहल्ले के लोगों में रोष है। इससे पहले जलदाय मंत्री को भी ज्ञापन भेजा था।
इनका कहना है
गुजराती मोहल्ले में पानी की समस्या सामने आई है। उन्होंने इस बारे में जलदाय विभाग के अभियंता से बात की है। मोहल्ले में नई पाइप लाइन डालने में पालिका विभाग को हर संभव मदद को तैयार है। जल्द समस्या निवारण का प्रयास किया जाएगा। -मगनदान चारण, पालिकाध्यक्ष, आबूरोड गुजराती मोहल्ले के कई घरों में करीब एक साल से पेयजल संकट है। कई घरों में तो एक बूंद पानी नहीं आता। अधिकारियों से शिकायत करते हम थक गए हैं। नई पाइप लाइन बिछवा दें तो राहत मिल सकती है। अभी दशकों पुरानी पाइप लाइन से पानी दिया जाता है, जिसमें प्रेशर से पानी नहीं आता।
-गोकुल प्रसाद प्रजापति (65), पारसी अग्यारी के समाने, अंबाजी रोड पति चल बसे हैं। अकेली रहती हूं। नल में पानी नहीं आता। आसपास के लोग पानी भरकर देते हैं। हैंडपंप से पानी भरना मेरे वश में नहीं है। बस सरकार पानी की व्यवस्था कर दें।
– लक्ष्मी देवी (80), गुजराती मोहल्ला एक साल से पानी की समस्या है। कई घरों में पांच-दस मिनट पानी आता है। जलदाय विभाग में अवगत कराने पर अधिकारियों ने आकर भी देखा। उपखंड अधिकारी को भी समस्या की जानकारी दी है। नई पाइप लाइन बिछाकर समस्या का निवारण हो सकता है।
-महेंद्र गोहिल, गुजराती मोहल्ला