यह भी पढ़े…
बदमाश इतने शातिर कि पुलिस अधिकारी को भी लगा दिया हजारों रुपए का चूना फिर दिखी जच्चा बच्चा वार्ड में भीड़, बदलने की सलाह
राज्य स्तरीय अधिकारियों की टीम ने जब जच्चा बच्चा वार्ड का जायजा लिया तब प्रसूताओं के बेड पर परिजन बैठे दिखाई दिए। टीम सदस्यों ने कहा कि इतनी भीड़ जच्चा बच्चा वार्ड में नहीं होने चाहिए। इसके बाद अन्य चिकित्सा कर्मियों ने भीड़ को बाहर भेजा। अधिकारियों ने जच्चा बच्चा वार्ड में लगे बेडों में निर्धारित नियमानुसार दूरी नहीं होने पर व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिए। इसके अलावा टीम सदस्यों ने पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड के बाहर किसी तरह के वार्ड की सूचना नहीं लगने व बाहर सफाई के लिए तीन बाल्टियां रखने पर ऐतराज जताया। उन्होंने वार्ड में एक तरफ ऑपरेशन मरीज तथा दूसरी तरफ जटित बीमारी से ग्रस्ति बच्चों के भर्ती के लिए लगाए बेडों की व्यवस्था देखी तो अधिकारियों ने चिकित्सालय प्रशासन को वार्ड की जगह बदलने की हिदायत देते हुए कि यहां जच्चा बच्चा वार्ड तथा जच्चा बच्चा वार्ड में बच्चा वार्ड बनाया जाए। जच्चा बच्चा वार्ड के आगे की पड़ी खाली जगह को पैक करके चार ओर बेड लगाए। ताकि खाली जगह का सदुपयोग हो सकेगा।
गाइडलाइन की पालना का दिया ज्ञान
राज्य स्तरीय अधिकारियों की टीम ने गुुरुवार शाम को बीसीएमओ कार्यालय के हॉल में सीएचसी के चिकित्सकों व नर्सिंग कर्मियों की बैठक ली। इसमें अधिकारियों ने एनक्यएएस के निर्धारित मापदण्डों की पालना का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि चिकित्सालय की विभिन्न इकाइयों की गुणवत्ता के लिए दी गई चेकलिस्ट के हिसाब से कार्य किया जाए। ताकि अधिकारियों के निरीक्षण के समय किसी तरह की कोई समस्या ना हो सके। राज्य स्तरीय अधिकारियों की टीम शुक्रवार को भी सीएचसी का निरीक्षण करेगी। गुरुवार को निरीक्षण के दौरान सीएचसी प्रभारी डॉ.नीरज सुखीजा, डॉ. हनुमान प्रसाद, नर्सिंग अधीक्षक सुरेन्द्र पारीक,नर्सिंग ऑफिसर राकेश नायक आदि मौजूद रहे। यह भी पढ़े…
Good News: अब राजस्थान के इस जिले में उतर सकेंगे बड़े हवाई जहाज, तैयार होंगे पायलट सीएचसी का निरीक्षण
वही,स्वास्थ्य विभाग के गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के तहत विभागीय टीम ने कस्बे के राजियासर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया।बीसीएमओ डॉ.मनोज कुमार अग्रवाल व बीपीएम हंसराज भाटी ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके तहत सफाई व्यवस्था को लेकर अधिकारियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। अधिकारियों ने लेबर रूम व मोर्चरी का अवलोकन किया। इस अवसर पर ग्रामीण श्योपतङ्क्षसह कायल, शेरङ्क्षसह नरूका, छोटूराम झोरड़ ने चिकित्सा अधिकारियों से डॉक्टरों के रिक्त पदों भरने सहित अन्य मांगे रखी।