ड्राइवरों के पास वर्दी भी नहीं है। आज दिनांक तक न तो बसों का गेट पास बना है और न ही किसी ड्राइवर या कंडक्टर का। विद्युत मंडल के नियमों को देखा जाए तो बिना ई पी एफ किसी भी फर्म या ठेकेदार का बिल पास नहीं हो सकता है। बस के ड्राइवर व कंडक्टर ने पीएफ प्राप्त होने से इंकार किया है। ऐसे में बस संचालक का बिल कैसे पास हो रहा है।
डीएस चौहान, सुरक्षा अधिकारी, संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंहपुर