जानकारी के मुताबिक, विजय कोल नाम के बालक पिता अर्जुन अपने साथी के साथ शनिवार की सुबह गांव से सटे जंगल में महुआ बीनने गया था। लेकिन, दोनों को ये नहीं पता था कि, जिस जगह वो महुआ बीन रहे थे, वहीं पास की झाड़ियों में खूंखार बाघ छिपा बैठा है। इससे पहले की महुआ बीनने में व्यस्त दोनों बालक किसी अनहोनी आहट को समझ पाते, झाड़ियों से अचानक निकलकर सामने आए खूंखार बाघ ने एक बच्चे पर हमला कर दिया। साथ में मौजूद अन्य बालक ने जोर जोर से चीखना शुरु किया तो बाघ घायल बालक को अपने जबड़े में दबाकर सुरक्षित स्थान की ओर ले गया।
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साथ में मौजूद बालक ने जैसे तैसे गांव लौटकर पूरा घटनाक्रम ग्रामीणों को दिया। इसपर ग्रामीणों ने पहले टाइगर रिजर्व प्रबंधन को इसकी सूचना दी। तत्काल ही जमीनी अमला भी घटनास्थल पंहुच गया। वहीं, लगभग पूरे गांव के लोग बच्चे को जंगल में ढूंढने में जुट गए। काफी देर बाद बालक का शव जंगल के एक जंगली नाले में पड़ा मिला। जबकि, बाघ मौके पर मौजूद नहीं था। फिलहाल, पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया है। वहीं, दूसरी तरफ बच्चे का शव मिलने के बाद से परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। जबकि, पूरा गांव सदमे में है।