हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में मच्छर जनित रोगों के मरीजों में कमी आई है। पिछले वर्ष जनवरी माह में डेंगू के 47 मरीज, मलेरिया के 10 तथा फाल्सीफेरम के छह मरीज थे, जबकि इस वर्ष इस अवधि में डेंगू के 31, मलेरिया के आठ, फाल्सीफेरम के चार तथा चिकुनगुनिया के दो मरीजों की पुष्टि हुई है।
रोगों पर नियंत्रण के लिए हो रहे हैं उपाय
महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग के मुख्य अधिकारी डाॅ. भाविन सोलंकी के अनुसार शहर के विविध हिस्सों में से पेयजल के नमूने लेकर जांच को भेजे जाते हैं। इसके अलावा पानी में क्लोरीन की मात्रा की भी समय-समय पर जांच होती है। इस वर्ष शहर में पानी के 6436 नमूने लेकर जांच को भेजे गए, इनमें से 29 नमूने अनफिट रहे। जबकि 57 हजार से अधिक टेस्ट कर क्लोरीन की मात्रा भी परखी गई, इनमें से 274 में क्लोरीन की मात्रा नहीं मिली।
डेंगू की जांच को 2956 नमूने लेकर जांच को भेजे
शहर के विविध अस्पतालों में जनवरी माह में डेंगू की आशंका पर 2956 नमूने लेकर जांच को भेजे गए। इनमें से 31 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। पिछले वर्ष भेजे गए 3771 नमूनों में से 47 की रिपोर्ट डेंगू पॉजिटिव आई थी। साथ ही इस जनवरी माह में एक लाख से अधिक लोगों की रक्त की जांच भी की गई।