कॉलेज-विवि में खुलेंगे हेल्प सेंटर, फ्री में पंजीकरण
बैठक में निर्णय किया गया कि विद्यार्थियों को 11 सरकारी विवि के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरने को साइबर कैफे में नहीं जाना पड़ेगा। हर विवि और कॉलेज में हेल्प सेंटर खुलेंगे, जहां विद्यार्थी फ्री में पंजीकरण कर सकेंगे। एक कर्मचारी नियुक्त किया जाएगा, जिसे मानदेय भी दिया जाएगा।
जीकास पर पंजीकरण, कॉलेज देंगे प्रवेश
इस वर्ष भी 11 विवि के सभी स्नातक, स्नातकोत्तर कोर्स के लिए एक ही फॉर्म होगा। जीकास पर विद्यार्थियों के पंजीकरण, मेरिट, कॉलेज की चॉइस, स्वीकारे प्रवेश और रिक्त सीटों का लाइव डाटा सभी 11 विवि को भी दिखाई देगा। गत वर्ष ऐसा नहीं था। विवि कॉलेज के कोर्स, उसकी सीट संख्या को वैरिफाइ डाटा जीकास को सौंपेगे। उसके आधार पर जीकास आवेदन करने वाले विद्यार्थियों की संख्या, मेरिट का ब्यौरा विवि, कॉलेज को सौंपेगा। इस मेरिट के आधार पर कॉलेज ही सीधे विद्यार्थियों को प्रवेश देंगे। किस विद्यार्थी ने किस-किस विवि, कॉलेज , कोर्स में आवेदन किया है। कहां प्रवेश लिया है। उसका लाइव डाटा विवि और अन्य कॉलेज को दिखेगा, जिससे प्रवेश में देरी नहीं होगी। पहले चरण के बाद दूसरे चरण के बीच अंतराल कम कर दिया है।
ऑफलाइन प्रवेश राउंड की भी तैयारी
बैठक में हुई चर्चा के तहत पहले और दूसरे चरण की प्रवेश प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी। इसके बाद रिक्त रही सीटों पर तीसरे चरण की प्रक्रिया ऑफलाइन की जाएगी। जो संबंधित विवि की देखरेख में कॉलेज की ओर से मेरिट के तहत की जाएगी।
गत वर्ष यूजी-पीजी में 4.50 लाख प्रवेश
गत वर्ष राज्य केे सभी 11 विवि में जीकास के जरिए यूजी-पीजी कोर्स में 4.50 लाख विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था। इस साल भी 2500 कॉलेज के कोर्स और सीटों को वैरिफाइ किया जा रहा है।
12वीं के प्रवेश-पत्र पर जीकास की जानकारी
सूत्रों के तहत 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के प्रवेश पत्र (हॉल टिकट) पर ही जीकास पोर्टल और प्रवेश प्रक्रिया , पंजीकरण की जानकारी पीछे छापी जाएगी, जिससे विद्यार्थियों को जानकारी रहे। बोर्ड परीक्षा खत्म होते ही पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।