अब स्कूल शिक्षा विभाग इन खराब प्रदर्शन करने वाले स्कूलों की समीक्षा कर उनके अध्ययन एवं अध्यापन की लगातार मॉनिटरिंग करेगा। जिला शिक्षा विभाग ने ऐसे विद्यालयों की सूची भी एकत्र कर ली है। पिछले साल आए परीक्षा परिणामों के बाद कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए नवाचार करते हुए जिले के सभी प्रमुख अधिकारियों को एक- एक विद्यालय गोद लेने के आदेश जारी कर दिए थे। खुद कलेक्टर ने शासकीय स्कूल चंदनगांव के एक विद्यालय को गोद लिया था।
कलेक्टर ने भी जिस विद्यालय को गोद लिया था, वहां खुद कक्षाएं ली। प्राचार्य, शिक्षकों, विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाया। इससे गत वर्ष की तुलना उस विद्यालय में कक्षा 10 में 18 फीसद वृद्धि के साथ परिणाम 93 फीसद रहा, जबकि 12 वीं का परीक्षा परिणाम 10 फीसद बढकऱ 78 फीसद हो गया। उक्त विद्यालय में ऐसे बच्चे भी इस साल प्रथम श्रेणी से पास हुए जो पिछले साल फेल हो चुके थे।
पिछले साल से आए अच्छे रिजल्ट
बीते वर्ष शासकीय स्कूलों के परीक्षा परिणाम अच्छे नहीं थे। तब कक्षा 12 वीं में जिले के 34 स्कूलों के 40 फीसद से कम विद्यार्थी मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण हुए थे, जबकि कक्षा 10 वीं में जिले के 60 स्कूलों का परिणाम 40 फीसद से कम रहा। इस साल परिणामों में काफी सुधार हुआ है। जिला स्तर पर भी गत साल कक्षा 12 वीं का परीक्षा परिणाम 61.2 फीसद रहा, जबकि इस वर्ष यह परिणाम 81.5 रहा। कक्षा 10 वीं का भी परीक्षा परिणाम पिछले साल 60.5 पर अटका था, जबकि इस साल परीक्षा परिणाम 80.9 फीसद हो गया।
कम परिणाम देने वाले स्कूल
कक्षा 12 में इस वर्ष सिर्फ चार विद्यालयों में 40 फीसद से कम विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। इनमें परासिया के पं. रविशंकर शुक्ला नगर पालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के पांच में से तीन परीक्षार्थी, पांढुर्ना के शासकीय राजेंद्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कामठीकला के 36 में से 22 विद्यार्थी, हर्रई के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चिलक के 5 में से पांच एवं जुन्नारदेव का हायर सेकंडरी विद्यालय अंबाड़ागुडी के कुल एक परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण हैं। इसी तरह कक्षा 10 वीं में 40 फीसद से कम परीक्षा परिणाम देने वाले 17 स्कूल हैं। इनमें सौंसर विकासखंड के तीन, पांढुर्ना विकासखंड के तीन, परासिया विकासखंड के चार, छिंदवाड़ा विकासखंड के तीन, तामिया विकासखंड के तीन, जुन्नारदेव विकासखंड के एक विद्यालय शामिल हैं। परासिया के पंडित रविशंकर शुक्ला नगर पालिका उमा विद्यालय का परिणाम कुल 6.67 प्रतिशत आया, यहां 15 में से 14 विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हो गए। इसी तरह सौंसर के आदर्श नागद्वार हाईस्कूल खुटामा में परीक्षा में शामिल 17 में से 15 विद्यार्थी फेल हो गए हैं।