अब इस विवाद पर पूर्व भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपना पक्ष रखा है। अश्विन ने मैच ऑफिशियल्स के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि खेल देखकर ऐसा लगा, मानो यह आईपीएल मैच है। अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘खेल समाप्त हो गया, भारत ने घरेलू मैदान पर एक और सीरीज जीत ली। यह मुकाबला कैसा था? यह आईपीएल की तरह था। सुपरसब भी मौजूद था और गेम इम्पैक्ट प्लेयर के साथ खेला गया। पूरी चर्चा इस बात पर है कि हर्षित राणा शिवम दुबे की जगह कन्कशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर कैसे आए।’
उन्होंने आगे बताया, ‘क्या हम भूल गए कि यह एक इंटरनेशनल मैच था। क्या हम आईपीएल मैच खेल रहे हैं? मैं समझ सकता हूं। ऐसा पहले भी हो चुका है। कैनबरा में रवींद्र जडेजा को कन्कशन हुआ और युजवेंद्र चहल बतौर सब्स्टीट्यूट बुलाए गए। मुझे यह समझ में नहीं आता। कम से कम पहले तो जडेजा की जगह चहल आए थे, जो स्पिनर के बदले स्पिनर था।’
अश्विन ने आगे कहा, ‘यहां हर्षित राणा को शिवम दुबे की जगह लाया गया। इसमें भारतीय या इंग्लिश टीम की कोई भूमिका नहीं है। अगर टीम में कोई नहीं है, तो आप कह सकते हैं कि हर्षित राणा थोड़ी बल्लेबाजी कर सकते हैं और शिवम दुबे थोड़ी गेंदबाजी कर सकते हैं। इसलिए हमने उन्हें लाया। रमनदीप सिंह जैसे प्लेयर बाहर बैठे थे, मुझे समझ नहीं आया।’
उल्लेखनीय है कि हर्षित बतौर कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम के तौर पर इस मैच में शिवम दुबे की जगह टीम में शामिल किया गया था। शिवम को बल्लेबाजी के दौरान सिर में चोट लग गई थी। भारतीय पारी के अंतिम ओवर में जेमी ओवर्टन की पांचवीं गेंद शिवम के हेलमेट पर लगी वह चोट के बाद केवल एक गेंद खेल पाये। बाद में जब भारतीय टीम गेंदबाजी करने उतरी तो शिवम की जगह हर्षित को टीम में लिया गया।