U19 Women’s T20 World Cup: एक साल की भीतर 3 आईसीसी इवेंट्स के फाइनल हारने का दर्द साउथ अफ्रीकी क्रिकेट फैंस ही समझ सकते हैं। रविवार को अंडर 19 वूमेंस टी20 वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में भारतीय टीम ने उन्हें 9 विकेट से हरा दिया। इन 3 हार में दो बार साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत ही खेला है। 2024 आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में एडेन मार्करम की कप्तानी वाली टीम को रोहित शर्मा एंड कंपनी ने मात दी। इसके बाद वूमेंस टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में साउथ अफ्रीका की टीम को न्यूजीलैंड ने हरा दिया। आज रविवार को भारत ने अंडर 19 वूमेंस टी20 वर्ल्डकप में हराया। जिसके बाद अफ्रीकी खिलाड़ी मैदान पर ही रोती हुई नजर आईं।
तृषा गोंगाडी ने शानदार खेल दिखाते हुए भारत को अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप का खिताब फिर से जीतने में अहम भूमिका निभाई। भारत ने रविवार को बायुमास ओवल में खेले गए फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से हराया। भारत की स्पिन गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और कुल नौ विकेट चटकाए, जिनमें से तीन तृषा को मिले। अच्छी फील्डिंग की बदौलत भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को सिर्फ 82 रन पर समेट दिया। धीमी पिच पर यह स्कोर बड़ा नहीं था। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के लिए तृषा ने 33 गेंदों पर नाबाद 44 रन बनाए, जबकि सानिका चालके ने 22 गेंदों पर 26 रन बनाकर नाबाद रहीं। भारत ने 11.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया और लगातार दूसरी बार यह खिताब जीत लिया। इससे पहले भारत ने 2023 में दक्षिण अफ्रीका में यह ट्रॉफी जीती थी।
इस जीत से एक बार फिर साबित हुआ कि अंडर-19 महिला क्रिकेट में भारत का दबदबा बना हुआ है। खास बात यह रही कि भारत ने टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं गंवाया और खिताब जीतने वाली पहली टीम बन गई जिसने सभी मुकाबले जीते। 83 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए तृषा ने विकेटकीपर के पास से चौका लगाकर शुरुआत की। फिर उन्होंने फे काउलिंग की गेंदों को कवर क्षेत्र में दो बार सीमा रेखा के पार पहुंचाया। इसके बाद जी. कमलिनी ने कायला रेनेके की गेंद पर मिड-ऑन के ऊपर से चौका लगाया। तृषा ने सेशनी नायडू की लेग-स्पिन गेंदों पर शानदार शॉट खेले और चार ओवर में भारत का स्कोर 36 रन बिना किसी नुकसान के था।
पांचवें ओवर में कमलिनी आठ रन बनाकर आउट हो गईं जब उन्होंने कायला की गेंद को बाउंड्री के पार भेजने की कोशिश की, लेकिन लॉन्ग-ऑन पर कैच दे बैठीं। इसके बाद सानिका ने कवर और मिड-ऑफ के बीच शानदार चौका लगाया, जबकि तृषा ने डीप मिडविकेट और लॉन्ग-ऑन के बीच खूबसूरत शॉट खेलकर चार और रन लिए। सानिका ने एश्ली वान विक के ऊपर से चौका लगाकर टीम को जीत के करीब पहुंचाया। फिर दोनों बल्लेबाजों ने स्ट्राइक को अच्छी तरह से रोटेट किया। सानिका ने जेम्मा बोथा की गेंद को बाउंड्री पार भेजा, फिर तृषा ने जेम्मा की गेंद को विकेटकीपर के पास से चौका लगाया। आखिर में सानिका ने मोनालिसा की गेंद को स्क्वेयर लेग की ओर चौका मारकर भारत को जीत दिलाई।
फूट फूट कर रोईं अफ्रीकी प्लेयर्स
हार के बाद साउथ अफ्रीका टीम की खिलाड़ी मैदान पर ही रोने लगीं। वह एक दूसरे को सांत्वना देती नजर आईं। साउथ अफ्रीका की कप्तान कायला रेनेके ने हार के बाद कहा, “टीम के अंदर बहुत सारी फीलिंग्स हैं, लेकिन इससे टीम और मैनेजमेंट का मनोबल कम नहीं होगा, हमने इस पल के लिए बहुत मेहनत की है। ट्रॉफ़ी घर न ले जाना दुखदाई है। अपने पहले फाइनल में पहुँचना एक गर्व का पल है, यह ख़ास है। क्रिकेट एक टीम गेम है, टीम और मैनेजमेंट के बिना ऐसा नहीं हो सकता था। यह हमारे लिए 2027 में मज़बूत वापसी करने की प्रेरणा है। माँ, पिताजी – मैं ट्रॉफ़ी लेकर घर नहीं आऊँगा, लेकिन मुझे मेरा पदक मिल गया है।”