Facebook : Insta-Reels के जमाने में यूजर्स की पसंद में शामिल है ‘Facebook का गुलदस्ता’
Facebook : फेसबुक सोशल मीडिया का सबसे बड़ा माध्यम फेसबुक। 4 फरवरी 2004 में इसकी शुरुआत के साथ ही यह दोस्तों के चेहरों की किताबों के रूप में लोगों में लोकप्रिय हुआ।
Facebook : फेसबुक सोशल मीडिया का सबसे बड़ा माध्यम फेसबुक। 4 फरवरी 2004 में इसकी शुरुआत के साथ ही यह दोस्तों के चेहरों की किताबों के रूप में लोगों में लोकप्रिय हुआ। साल बीतते गए और लोगों के बीच इसकी लोकप्रियता बढ़ती गई। अब 21 साल बाद फेसबुक लोगों के जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है। दिन की शुरुआत से लेकर दिन की समाप्ति तक फेसबुक पर यूजर्स का अपडेशन इसमें जारी रहता है। हर साल 4 फरवरी को फेसबुक डे सेलिब्रेट किया जाता है। इस खास दिन के मौके पर शहरवासियों ने बताया कि फेसबुक उनके लिए कितना अहम है…
लेडीज का कहना है कि फेसबुक एक कम्युनिटी बन चुकी है। इसमें कई ऐसे नए दोस्त भी मिले हैं, तो करीबियों से बेस्ट हैं। कई सेलिंग और रीलेसिंग के पेज से जुड़कर काम करना भी आसान हो रहा है।
Facebook : सर्तकता भी आवश्यक है
साइबर एक्सपर्ट शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि फेसबुक जितना लोकप्रिय है, उतना ही इसे चलाने में सर्तक रहने की आवश्यकता भी है। सबसे ज्यादा साइबर फ्रॉड फेसबुक से ही हो रहे हैं। ऐसे में सोशल मीडिया का सीमित उपयोग फ्रॉड से बचा सकता है।
Facebook : डिफरेंट पेज पर मिलती जानकारी
फेसबुक पर लोगों की कम्युनिटी का बड़ा प्लेटफॉर्म तैयार हो चुका है। फेसबुक पर कई पेज एक्टिव हैं, जो लोगों की मदद करने के साथ-साथ, शिक्षा, सामाजिक कार्य और बिजनेस आइडियाज पर काम कर रहे हैं। इसके साथ ही रीयूनियन में जहां देश-विदेश से दोस्त एक सूत्र में बंध चुके हैं, वहीं फेसबुक लाइव जैसी एक्टिविटी से छोटे-बड़े खुशियों को पलों को साझा किया जा रहा है।
Facebook : एक तार में जुड़ते लोग
सृष्टि रजक कहती हैं कि फेसबुक यानी चेहरों की किताब। सोशल मीडिया के दौर में फेसबुक मोस्ट पॉपुलर प्लेटफॉर्म है। लोगों को एक तार से जोड़ने में फेसबुक का बड़ा अहम रोल रहा है। जिस समय सोशल मीडिया पर लोगों से जुड़ाव का कोई जरिया नहीं हुआ था, तब फेसबुक ही लोगों की कनेक्टिविटी का जरिया हुआ करता था। फेसबुक ने लोगों को एक धागे में पिरोने का काम किया है।
Facebook : ओल्ड मेमोरीज से मुस्कान
इंश्योरेंस वर्क प्रोफाइल से जुड़े सतीश रजक कहते हैं कि साल भर पहले क्लिक की हुई फोटो अचानक सामने आ जाए, तो चेहरे पर मुस्कान बिखर जाती है। यह काम करके फेसबुक अपने यूजर्स को हैप्पी फील करवाता है। कई बार हम कोई फोटो पोस्ट करते हैं, लेकिन समय बीतने के बाद याद नहीं रहता कि फोटो कब क्लिक की थी। वही फोटो फेसबुक पर सुनहरी यादों के रूप में मिलती है।
Facebook : सोशल वर्क का बड़ा माध्यम
मनीष विश्वकर्मा कहते हैं कि फेसबुक में इन दिनों कई तरह के पेज और ग्रुप भी एक्टिव हैं, जिसके द्वारा लोग सैंकड़ों इन्फॉर्मेशन पाने के साथ बिजनेस और स्टार्टअप का सेटअप भी कर रहे हैं। इन पेजों के जरिए सोशल वर्क भी किया जा रहा है और लोगों की मदद भी की जा रही है। वे फेसबुक पर कई ऐसे ग्रुप्स से भी जुड़े हैं, जिसके जरिए लोगों की मदद हो रही है। इसमें ब्लड डोनेशन से लेकर अन्य मदद की जानकारी लोगों से साझा करना आवश्यक लगता है।
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