साहित्यकार और लेखक भी हैं मौजूद
यहां साहित्य ही नहीं साहित्यकार और लेखक भी मौजूद हैं। यह
फेयर देसी के साथ साथ विदेशी मेहमानों को भी काफी पसंद आ रहा है। वह आध्यात्मिक पुस्तकों के साथ-साथ भारतीय साहित्य, कल्चर और इतिहास से संबंधित पुस्तकें पढ़ और खरीद रहे हैं। स्कूली बच्चे भी छुट्टी के दिन अपने परिजन के साथ यहां आए उन्हें एजुकेशनल टॉयज ने काफी आकर्षित किया।
पुस्तक मेले में फन का तड़का
फेयर में कई तरह की एक्टिविटी आयोजित की जा रही है। फेयर में भाग लेने वाले बच्चों से लेकर युवा, बुजुर्ग और महिलाएं आ रही हैं। इस बुक फेयर में दो लाख से अधिक लेखकों की पुस्तकें प्रदर्शित की गई हैं। यहां अलग से फूड कोर्ट भी लगाया गया है। जहां पुस्तक प्रेमी फेयर में व्यंजनों का लुत्फ ले रहे हैं। प्रमुख लेखकों, कवियों और अनुवादकों के साथ साहित्यिक चर्चाएं और इंटरेक्टिव सत्र भी आयोजित किए जा रहे हैं।