फिर से रिपीट हो सकते हैं राठौड़
बता दें, मदन राठौड़ की प्रदेशाध्यक्ष पद पर 26 जुलाई 2024 को नियुक्ति हुई थी। ऐसे में उन्हें इस पद पर करीब 7 माह का समय ही हुआ हैं। उनके नेतृत्व में बीजेपी ने हाल ही में विधानसभा उपचुनाव में शानदार प्रदर्शन किया था और CM भजनलाल शर्मा के साथ उनका तालमेल भी मजबूत है। यही कारण है कि पार्टी नेतृत्व एक बार फिर उन पर भरोसा जता सकता है। बता दें कि राठौड़ से पहले सीपी जोशी और उनसे पहले सतीश पूनिया प्रदेश अध्यक्ष के पद पर चुने गए थे। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के प्रभारी विजय रूपाणी 21 फरवरी को जयपुर पहुंचेंगे, जबकि चुनाव प्रक्रिया को लेकर बीजेपी प्रदेश चुनाव संयोजक नारायण लाल पंचारिया पहले ही बैठक कर चुके हैं। इस दौरान पार्टी के प्रदेश प्रभारी डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल भी मौजूद रहेंगे।
40 जिला अध्यक्षों के चुनाव संपन्न
राजस्थान के 40 जिलों में बीजेपी के नए जिला अध्यक्षों का चुनाव पूरा हो चुका है, लेकिन अभी भी चार जिलों झुंझुनूं, दौसा, धौलपुर और जोधपुर उत्तर में बीजेपी जिलाध्यक्ष का निर्वाचन नहीं करा सकी हैं। कुछ जिलों में नए अध्यक्षों की घोषणा के बाद विरोध भी देखने को मिला। हालांकि, जिलाध्यक्षों के चुनाव में कुछ जगहों पर असंतोष देखने को मिला, जिससे यह संकेत मिलता है कि प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद मदन राठौड़ को पार्टी के अंदर असहमति को भी साधना होगा। बताते चलें कि भले ही मदन राठौड़ के नाम पर सहमति लगभग बन चुकी हो, लेकिन पार्टी ने अभी तक औपचारिक घोषणा नहीं की है। 22 फरवरी को चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही अंतिम निर्णय सार्वजनिक होगा।