नई व्यवस्था पर गौर करें तो हूपर न सिर्फ घर-घर से कचरा संग्रहण करेंगे बल्कि, सफाईकर्मी जो कचरा सड़क पर एकत्र करते हैं उसको भी उठाएंगे। इसके अलावा डस्टबिन्स को भी खाली करेंगे। काम की नाप तौल करने के लिए निगम ने आदर्श नगर जोन की सफाई का काम गैराज शाखा को दिया है। सिविल लाइन्स, किशनपोल और हवामहल-आमेर जोन का काम बाहरी एजेंसी को दिया जाएगा।
हूपर की संख्या भी बढ़ेगी -अब तक हर वार्ड में दो हूपर घर-घर कचरा संग्रहण और एक हूपर सड़क से मलबा उठा रहा है। कुल 300 हूपर संचालित हो रहे हैं। इनमें निगम के भी हूपर हैं।
– नए टेंडर पर गौर करें तो हूपर की संख्या बढक़र 437 हो जाएगी। इससे वार्डों में भी हूपर बढ़ जाएंगे और नाइट स्वीपिंग के लिए अतिरिक्त हूपर लगाए जाएंगे। यहां गड़बड़ी आदर्श नगर जोन का टेंडर गैराज शाखा ने दो वर्ष के लिए 15.39 करोड़ रुपए का निकाला है। इसमें निगम के संसाधन होंगे। ड्राइवर, हेल्पर और ईंधन (सीएनजी और डीजल) और हूपर का मेंटेनेंस फर्म करवाएगी। इस जोन में 100 हूपर हैं। वहीं किशनपोल जोन में 99 हूपर चलाए जाने का प्लान है। यहां निगम करीब 18.84 करोड़ रुपए दो वर्ष में खर्च करेगा। यहां सब कुछ फर्म ही उपलब्ध कराएगी।
कहां कितने हूपर चलाने का प्लान जोन वार्ड-हूपर की संख्या-अनुमानित खर्चा(करोड़ में ) हवामहल-आमेर 30-126 -22.15 सिविल लाइन्स 24-112 -20.85 किशनपोल 21-99 -18.84 आदर्श नगर 25-100 -15.39 (अनुमानित खर्चा दो वर्ष का है)
… तो मिलेगी प्रोत्साहन राशि यूजर चार्ज वसूलने पर फर्म को निगम प्रोत्साहन राशि भी देगा। अनुबंध पर गौर करें तो 40 फीसदी से अधिक यूजर चार्ज फर्म वसूलेगी तो वसूली का चार फीसदी प्रोत्साहन राशि के रूप में दिया जाएगा। हालांकि, कोई जुर्माने का प्रावधान नहीं रखा गया है।
पत्रिका व्यू नई व्यवस्था में दिखे बदलाव कचरा संग्रहण के नाम पर वर्षों से खानापूर्ति हो रही है। कई कम्पनियों ने पूर्व में काम नहीं किया और उसके बाद भुगतान भी निगम ने दे दिया। हैरिटेज निगम नए टेंडर कर रहा है। हूपर की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। साथ ही कुछ बदलाव भी किए हैं। उम्मीद है कि निगम के अधिकारी नई व्यवस्था को लागू करवाकर नजीर पेश करेंगे। परकोटे के बाजार साफ नजर आएंगे और सड़क किनारे कचरे के ढेर नहीं होंगे तो आने-जाने वाला हर व्यक्ति वाह जयपुर कहता हुआ निकलेेगा।
नए सिरे से डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। इस माह के अंत तक वर्कऑर्डर दे दिया जाएगा। वाहन खरीद के लिए भी फर्म को समय दिया जाएगा। यूजर चार्ज पहले से निर्धारित है। उसी के तहत वसूली की जाएगी।
-अरुण कुमार हसीजा, आयुक्त, हैरिटेज निगम