यूं आए पकड़ में
जानकारी के अनुसार भणियाणा तहसीलदार सुमित्रा चौधरी ने परिवादी को रिश्वत देने के लिए पंचायत के सरकारी क्वार्टर बुलाया, जहां परिवादी ने तहसीलदार को 15 लाख रुपए दिए। तभी ब्यूरो ने दबिश दी। बताया जाता है कि आरोपी तहसीलदार दरवाजा अंदर से बंद कर पिछले रास्ते से भागने का प्रयास करने लगी लेकिन एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्रसिंह राठौड़ के नेतृत्व में टीम ने पीछा कर उसे पकड़ लिया। उसके कब्जे से रिश्वत के 15 लाख रुपए जब्त किए गए। इस राशि में से पांच लाख रुपए उसने फतेहगढ़ तहसीलदार शिवप्रसाद शर्मा की खातिर लिए थे। ब्यूरो ने मोबाइल पर भणियाणा तहसीलदार की शिवप्रसाद से बात करवाई। रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई। एसीबी जोधपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चक्रवर्ती सिंह राठौड़ व टीम ने फतेहगढ़ में दबिश देकर तहसीलदार शिवप्रसाद शर्मा को हिरासत में लिया, जिसे भणियाणा ले जाकर जयपुर एसीबी को सौंपा गया। पूछताछ के बाद ब्यूरो ने जोधपुर निवासी सुमित्रा चौधरी व बीकानेर निवासी शिवप्रसाद शर्मा को गिरफ्तार किया। शिवप्रसाद शर्मा नायब तहसीलदार है और उनके पास फतेहगढ़ तहसीलदार का अतिरिक्त कार्यभार है। दोनों आरोपियों को मंगलवार को जोधपुर की एसीबी मामलात की कोर्ट में पेश किया जाएगा।