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झालावाड़

नयागांव से खिचलीपुर तक 130 की स्पीड से दौड़ी ट्रायल ट्रेन, 22 किमी ट्रैक का पांच घंटे निरीक्षण

मुंबई से 10 कोच की स्पेशल गाड़ी से खिलचीपुर आए रेल संरक्षा आयुक्त मनोज अरोड़ा ने करीब पांच घंटे निरीक्षण किया।

झालावाड़Feb 21, 2025 / 11:19 am

jagdish paraliya

राजगढ़ जिले के नए खिलचीपुर स्टेशन पर पहली बार आई ट्रेन को देखने लोगों की भीड़ जमा हो गई। कोई वीडियो बना रहा था तो कोई ट्रेन के साथ सेल्फी ले रहा था, आपस में बातें कर रहे थे कि पहली बार हमारे यहां ट्रेन आई है। लंबे समय के इंतजार और आजादी के बाद पहली बार आई ट्रेन को देखने और उसकी अगवानी करने न सिर्फ खिलचीपुर बल्कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से काफी लोग पहुंचे। उन्होंने ट्रेन के आगमन को उत्सव के तौर पर मनाया।
रामगंजमंडी-भोपाल रेल लाइन पर राजस्थान के आखिरी रेलवे स्टेशन नयागांव से मध्यप्रदेश के खिलचीपुर तक करीब 22 किमी रेल ट्रैक का गुरुवार को सीआरएस ने पांच घंटे तक निरीक्षण किया। यहां ट्रायल ट्रेन को करीब 130 किमी की स्पीड से दौड़ा गया।
राजगढ़ जिले के नए खिलचीपुर स्टेशन पर पहली बार आई ट्रेन को देखने लोगों की भीड़ जमा हो गई। कोई वीडियो बना रहा था तो कोई ट्रेन के साथ सेल्फी ले रहा था, आपस में बातें कर रहे थे कि पहली बार हमारे यहां ट्रेन आई है। लंबे समय के इंतजार और आजादी के बाद पहली बार आई ट्रेन को देखने और उसकी अगवानी करने न सिर्फ खिलचीपुर बल्कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से काफी लोग पहुंचे। उन्होंने ट्रेन के आगमन को उत्सव के तौर पर मनाया।

सीआरएस बोले, ट्रैक ओके

मुंबई से 10 कोच की स्पेशल गाड़ी से खिलचीपुर आए रेल संरक्षा आयुक्त मनोज अरोड़ा ने करीब पांच घंटे निरीक्षण किया। वे पहले नयागांव पहुंचे, फिर 22 किमी के खिलचीपुर तक के ट्रैक पर उनकी गाड़ी ने 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रॉयल किया। पांच घंटे के निरीक्षण के दौरान उन्होंने तकनीकी और सुरक्षा संबंधी बारीकियां जांचीं। 130 किमी की रफ्तार की रिपोर्ट उन्होंने बनाई है, जो शुक्रवार को सौंपी जाएगी। अरोड़ा के अनुसार ट्रैक ओके है, तकनीकी और सुरक्षा के मापदंडों पर यह खरा है। उनकी 10 कोच की ट्रेन में कोटा मंडल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी रेलवे के मौजूद रहे। जिनमें सीईओ एच. एस. हाशमी, डीआरएम कोटा अनिल कारला, एसएनटीसी, एसएनटी, आईओडब्ल्यू सहित निर्माण विभाग के अफसर साथ रहे। एक स्पेशल कोच सीआरएस का था बाकि में शेष रेलवेकर्मी सवार थे।

इलेक्ट्रिफिकेशन का काम शेष, ट्रेनें मार्च के बाद ही चलेंगी

रेलवे कोटा मंडल के डिप्टी चीफ इंजीनियर गौरव मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में हमें ओके रिपोर्ट मिली है। हालांकि अभी इलेक्ट्रिफिकेशन का काम शेष है, जिसे अगले 20 दिन में पूरा किया जाएगा। सीआरएस का निरीक्षण तकनीकी और सुरक्षा मापदंडों के लिए होता है, जिसे पूरा कर लिया गया है। वहीं, फिलहाल ट्रेनें चालू नहीं होंगी, इसके लिए पूरी रिपोर्ट बनाकर रेलवे को सौंपी जाएगी, उसके बाद ही ट्रेनों का संचालन सुचारू किया जाएगा। फिलहाल यात्रियों को ट्रेन के लिए इंतजार करना होगा, बाकि काम पूरा होने और रेलवे के अप्रुवल के बाद ही घाटोली तक आ रहीं गाडि़यों के फेरे खिलचीपुर तक बढ़ाए जाएंगे।

मेरी ओर से रिपोर्ट ओके

जो निरीक्षण मैंने किया है वह ओके है, जल्द ही सर्टिफिकेशन दे दिया जाएगा, इसके बाद रेलवे निर्णय लेगा और ट्रेनों का संचालन होगा। इलेक्ट्रिफिकेशन का काम बाकि है, जिसका निरीक्षण नहीं हो पाया है। लगभग काम पूरा है। हम तकनीकी तौर पर जांच करते हैं उनमें 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रॉयल किया है।
-मनोज अरोड़ा, रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस), मुंबई

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