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उत्तर प्रदेश के कानपुर के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा विभाग की तरफ से अटल बिहारी बाजपेई ऑडिटोरियम बनाया जा रहा है। सितंबर 2015 में परियोजना शुरू हुई थी। सिडको को इसका काम दिया गया था। लेकिन काम पूरा न होने की स्थिति में काम ठेके पर दे दिया। लेकिन ठेकेदार ने भी काम नहीं किया। जिससे परियोजना लागत 8.63 करोड़ पहुंच गई है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर परियोजना की समीक्षा की गई। जिससे जानकारी हुई कि यह परियोजना जनपद यह प्रदेश की सबसे पुरानी परियोजना है। जो 10 वर्षों में भी पूरी नहीं हुई है।
अधिशासी अभियंता को 2 वर्ष पूरे
जिलाधिकारी ने कहा कि यूपी सिडको के अधिशासी अभियंता मनोज दो वर्षों से यहीं पर है। आज भी कोई विशेष काम नहीं चल रहा है। हवाई वादे जरूर कर रहे हैं कि सितंबर तक पूरा हो जाएगा। यूपी सिडको के वर्तमान और पूर्ववर्ती अधिकारियों ने परियोजना को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। किसी परियोजना को शुरू करने के लिए का एक मानक होता है कि कार्यस्थल पर एक बोर्ड लगाया जाता है। जिसमें परियोजना से संबंधित सारी डिटेल दी जाती हैं। लेकिन वह बोर्ड भी नहीं लगा है।
सिडको के अधिकारियों पर कार्रवाई
यूपी सिडको के एक्सईएन को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी जा रही है। लखनऊ प्रबंध निदेशक से भी परियोजना की जांच को कहा जाएगा। 10 साल के बाद भी जब परियोजना का काम रुका हुआ है तो जो उत्तरदाई हैं, उनकी जिम्मेदारी तय कर दें। जिससे परियोजना पूरी हो जाए। अभी 4 करोड़ लग चुके हैं। और इतना ही और लगना है।