उत्तर प्रदेश के कानपुर के घाटमपुर में राहुल सिंह जो बेंगलुरु में आर्मी कमांडिंग अफसर के पद पर तैनात थे, रामू कुशवाहा उर्फ वीरेंद्र, शिवम, रुपेश के साथ पतारा जा रहे थे। अभी कार धरमंगदपुर गांव के पास पहुंची थी कि अनियंत्रित होकर बंबा में गिर गई। मौके पर मौजूद लोगों ने घाटमपुर पुलिस को सूचना दी।
क्या कहती है घाटमपुर पुलिस?
सूचना पाकर मौके पर पहुंची घाटमपुर पुलिस ने राहत और बचाव कर चलाया। सभी घायलों को एंबुलेंस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने राहुल सिंह और रामू कुशवाहा को मृत घोषित कर दिया। घाटमपुर इंस्पेक्टर धनंजय कुमार पांडे ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
क्या कहते हैं स्थानीय नागरिक?
स्थानीय लोगों का कहना है कि पतारा गजनेर को जोड़ने वाली यह सड़क काफी खतरनाक है। कई ऐसे अंधे मोड़ है। जहां कुछ भी दिखाई नहीं पड़ता है। आए दिन दुघर्टनाएं होते रहती है। लोक निर्माण विभाग की तरफ दुर्घटनाओं को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया गया। ना रेडियम और ना ही सूचना पट्टिका लगाया गया है। बीती रात हुए हादसे में 28 साल के आर्मी अफसर की दुखद मौत हो गई। जो दो दिन पहले ही छुट्टी लेकर आया था। परिजनों का रो रो का बुरा हाल है।