करौली जिले के हिंडौन में जैन समाज के एक कार्यक्रम में बोलते हुए किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि इंसान की चाहत कभी खत्म नहीं होती और यही उसकी शांति भंग करने का कारण बनती है। उन्होंने कहा कि अगर मेरे मन में ज्यादा चाहत बढ़ गई तो मेरी शांति भंग हो जाएगी। आदमी सोचता है कि अगर मैं एमएलए बन गया, तो मंत्री बन जाऊं। मंत्री बन गया, तो मुख्यमंत्री बनने की चाहत पैदा हो जाती है। यही चाहत आदमी को बहुत परेशान करती है।
समाज में आई नैतिक गिरावट- किरोड़ी लाल
अपने संबोधन में उन्होंने समाज में बढ़ती नैतिक गिरावट पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आजकल भाई-भाई का रिश्ता, बाप-बेटे का रिश्ता और बहन-भाई का रिश्ता तक कमजोर हो चुका है। अखबारों में रोज़ ऐसी खबरें पढ़ने को मिलती हैं, जो नैतिक आचरण की गिरावट को दर्शाती हैं। किरोड़ीलाल मीणा ने सोशल मीडिया, रोबोटिक्स और नई तकनीकों के बढ़ते प्रभाव पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आज का जमाना रोबोट, AI और सोशल मीडिया का है। मैंने पूछा कि महाराज जी माइक से क्यों नहीं बोल रहे? तब मुझे बताया गया कि वे माइक का इस्तेमाल नहीं करते, न एसी में सोते हैं और न पंखे का उपयोग करते हैं। ऐसे तपस्वी संत को मैं बार-बार प्रणाम करता हूं।
इस बयान को लेकर सियासी हलचल तेज
बताते चलें कि किरोड़ीलाल मीणा के इस बयान को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। हाल ही में उन्होंने अपनी ही सरकार पर फोन टैपिंग के आरोप लगाए थे, जिसके बाद भाजपा संगठन ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। हालांकि, उन्होंने अपनी गलती स्वीकार कर जवाब भी दे दिया था। अब उनके इस बयान से राजनीति गलियारों में कई प्रकार के कयास लगाए जा रहे हैं।