क्या है पूरा मामला ?
निगोहां के रहने वाले माता प्रसाद ने बताया कि मैं वृद्धावस्था पेंशन पाता था। जून 2024 में राजस्व विभाग ने मुझे मृत घोषित कर दिया। मेरा मृत्यु प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया। तब से मुझे पेंशन नहीं मिल रहा है। मैं बहुत परेशान हूं साहब मुर्दा को जिन्दा कर दीजिए।
हजार रुपये मिलता है पेंशन
माता प्रसाद को हर महीने 1 हजार रुपये वृद्धावस्था पेंशन मिलती है। इनके लिए हर वर्ष जीवित प्रमाणपत्र जमा करना होता है। ये बात उन्हें तब पता चली जब पेंशन मिलनी बंद हो गई। समाज कल्याण विभाग ने उन्हें तब बताया जब उनका पेंशन बंद हो गया। अंत में डीसीपी से लगाई गुहार
माता प्रसाद राजस्व विभाग में गए तो वहां के अधिकारियों ने उनकी बातें अनसुनी कर दी। इससे परेशान माता प्रसाद पांडेय ने डीसीपी दक्षिणी निपुण अग्रवाल से गुहार लगाई। डीसीपी ने संबंधित अधिकारीयों से बातचीत कर माता प्रसाद को मदद का आश्वासन दिया।