अमावस्या तदा योगः कुम्भख्यस्तीर्थ नायके।
यूपी के विकास पर फोकस
वित्तमंत्री ने कहा, “जिस तरह से मुख्यमंत्री योगी द्वारा एक तपोनिष्ठ कर्मयोगी के समान अहर्निश प्रदेश के विकास के लिये कार्य किया गया है उसके बारे में मैं कहना चाहूंगा…आखों ने कभी मील का पत्थर नहीं देखा ।
कानून व्यवस्था का हाल-ए-बयां
कश्ती चलाने वालों ने जब हार के दी पतवार हमें,लहर-लहर तूफान मिले और संग-संग मझधार हमें,
फिर भी दिखलाया है हमने और आगे दिखा भी देंगे,
इन हालातों में आता है दरिया करना पार हमें।
चिकित्सा सुविधाओं पर फोकस
वित्तमंत्री ने कहा कि आज से सात-आठ साल पहले प्रदेश में चिकित्सा सुविधायें अत्यन्त जर्जर अवस्था में थीं। प्रत्येक वर्ष प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में संक्रमक रोगों से बड़े पैमाने पर मौतें हुआ करती थीं। प्रदेश रोगों की पहचान, रोकथाम और इलाज की व्यवस्थायें जनमामान्य को उपलबध नहीं थीं। हमने कोविड वैश्विक बीमारी का दौर भी देखा जिसके दौरान प्रदेश में जिस कुशलता के साथ इस विभीषिका का सामना किया गया उसकी प्रशंसा विश्व स्तर पर की गई। आज प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं का प्रसार जिस प्रकार हुआ है। और लगातार हो रहा है वह अदभुत है…मात खानी ही पड़ेगी रोशनी के हाथ से । वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि जब वर्ष 2017 में हमने कार्यभार सम्भाला था उस समय प्रदेश में औद्योगिक विकास पूरी तरह से रूका पड़ा था। उद्योग प्रदेश से विस्थापित हो रहे थे। उस समय कोई यह कल्पना भी नही कर सकता था कि प्रदेश में उद्योग-धन्धे आयेंगे भी, परन्तु दृढ़ संकल्प, आत्मविश्वास और लक्ष्य प्राप्ति के अथक प्रयासों से कुछ भी सम्भव है…
खास वो हैं जो जमाने को बदल देते हैं। वित्तमंत्री ने बताया कि प्रदेश में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के समस्त 2.67 करोड़ ग्रामीण परिवारों को क्रियाशील गृह नल संयोजन प्रदान कर शुद्ध एवं सत्त पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। उक्त लक्ष्य के सापेक्ष 2.34 करोड़ घरों में क्रियाशील गृह नल संयोजन उपलब्ध कराया जा चुका है । पीने का पानी घर में उपलब्ध होने का महत्व वहीं समझ सकता है जिसके पास यह सुविधा नहीं हो और जिसके घर की महिलाओं, बच्चों को पीने के पानी के लिये दूर-दराज से पानी भरकर लाने के लिये रोज घर से निकलना पड़ता हो। घरों में नल से पानी उपलब्ध होने से इन परिवारों को बहुत बड़ी राहत मिली है। उन्होंने शेर पढ़ा कि…
हर घर में हो उल्लास तो समझो बसन्त है,
जो कंठ तरसते रहे पानी को हमेशा,
बुझ जाये उनकी प्यास तो समझो बसन्त है।
‘…तेरे दीवारों दर जगमगा देंगे हम’
वर्ष 2017 के पहले प्रदेश में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई थी । न छात्रों को पढ़ाई के लिये बिजली मिलती थी, न ही किसानों को सिंचाई के लिये । अस्पतालों और औद्योगिक इकाईयों को बिजली नहीं मिलती थी । गर्मियों में पूरे प्रदेश की जनता बदहाल रहती थी । रातों में शहर के शहर अंधेरे में डूबे रहते थे। आज स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। लोगों के घरों में रोशनी है, गर्मियों में निर्बाध बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है, किसानों को सिंचाई के लिये बिजली उपलब्ध है। हमारी सरकार ने इस भावना के साथ कार्य किया है।जर्रे-जर्रे में महफिल सजा देंगे हम,
तेरे दीवारों दर जगमगा देंगे हम।
योगी सरकार की सराहना
सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रदेश में जिस प्रकार अवस्थापना सुविधाओं का चतुर्दिक विकास और आवागमन की सुविधाओं का द्रुत गति से विस्तार हुआ है, वह वर्ष 2017 के पहले प्रदेश में रही सरकार के लिये सपने में भी शायद सम्भव नहीं था, परन्तु—हर एक ख्वाब को सच कर दिया है योगी ने ।
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वित्तमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेशवासियों को एक सुरक्षित, स्वस्थ, सभ्य और खुशहाल समाज मुहय्या कराने तथा प्रदेश में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर कार्य कर रही है। हमारा मानना है कि…मेरी तो निगाहें हैं, सूरज के ठिकानों तक।