वारदात के बाद जिला पुलिस अधीक्षक हनुमानप्रसाद के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा व पुलिस उप अधीक्षक धरम पूनिया के सुपरविजन व थानाप्रभारी राजेन्द्रसिंह के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया गया है। जिस तरह से 3 मिनट में वारदात हुई पीड़ित व मौके पर मौजूद लोग पुलिस को बता ही नहीं सके कि बदमाश मोहल्ले से निकलकर किस सड़क मार्ग पर गए। थानाप्रभारी राजेन्द्रसिंह ने पुलिस टीम के साथ एक दो नही बल्कि दर्जनों सीसी टीवी कैमरे खंगाले। सीसी टीवी कैमरों से मिले फुटेज के आधार पर पुलिस को कुछ सहायता मिली है।
जिस तरह से लूट की वारदात को अंजाम दिया गया, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि लूट की वारदात को अंजाम देने में 5 से भी ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। जानकारी के अनुसार शाम 7.39 बजे व्यापारी दुकान से सोने-चांदी के आभूषणों का थैला लेकर रवाना होता हैं और 2 से 3 मिनट में बदमाश लूट की वारदात को अंजाम दे देते हैं।
संभावना जताई जा रही है कि बदमाशों के साथी व्यापारी की दुकान के पास ही रेकी कर रहे थे। ज्योही व्यापारी दुकान से रवाना हुआ बदमाशों ने अपने साथियों को सूचना दे दी होगी, इसके बाद पहले से तैयार बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दे दिया।
वारदात के बाद पीड़ित लोकेश सोनी ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि किस तरह स्कूटी पर दुकान से आते समय दो मोटरसाइकिल पर सवार 5 बदमाश लूट की वारदात को अंजाम दे गए। पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार सोने के पेंडल, बालियां व राखड़ी सहित 951 ग्राम सोने के, 3 किलो चांदी की पायजेब, 3 किलो चांदी की अंगूठी, चांदी के बिछिया 2 किलो सहित कुल 8 किलो चांदी के आभूषण बदमाश लूट ले गए।
नागौर के डीडवाना में लूट
जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया, उससे संभावना जताई जा रही है कि उक्त वारदात को क्षेत्रीय बदमाशों की किसी गैंग ने अंजाम दिया है। सीसीटीवी फुटेज में दो मोटरसाइकिल पर कुल 5 संदिग्ध बदमाश नजर आ रहे है। मोटरसाइकिल पर सवार होकर आना, हाथ में हथियार के नाम पर लोहे की एंगल, थाने से महज 300 किलोमीटर पर वारदात को अंजाम दे देना इस संदेह को पुख्ता करता नजर आता है कि बदमाश क्षेत्र में ही कही रहने वाले हो सकते हैं।