ऐसे रही स्ट्रैटेजी मैथ्स: शुरुआत में ही कॉन्सेप्ट पर ध्यान दिया। बेस क्लियर था इसलिए ज्यादा दिक्कत नहीं आई।
केमेस्ट्री: इसके लिए मैंने एनसीईआरटी पर फोकस किया था।
फिजिक्स: कोचिंग के मॉड्यूल के हिसाब से तैयारी की
जूनियर्स को लिए मैसेज मेरा किसी भी सोशल प्लेटफॉर्म पर एकाउंट नहीं है। मुझे लगता है कि मोबाइल सबसे बड़ा डिस्ट्रक्शन है, अगर आप उसका मिसयूज करें। मैंने मोबाइल यूज किया लेकिन वाट्सऐप पर सिलेबस से जुड़ी इन्फॉर्मेशन और कोचिंग ऐप के लिए।
मूल मंत्र : एक बार मटेरियल को समझ लें, डिस्ट्रक्शंस से बचें सिटी के हर्षल को पीडब्ल्यूबीडी में एआईआर 1 देवपुरी के रहने वाले हर्षल गुप्ता ने जेईई मेंस में एआईआर 1 (पीडब्यूबीडी) हासिल की है। उन्होंने बताया, मैं 12वीं में हूं। साथ-साथ मैंने जेईई की तैयारी की। मुझे ९९.९५ परसेंटाइल माक्र्स मिले हैं। मुझे बचपन से ही इंजीनियरिंग में आने में रुचि थी। आगे मैं जेईई एडवांस दूंगा और टॉप आईआईटी में दाखिला लेना चाहूंगा। पैरेंट्स विनिता गुप्ता और शैलेश गुप्ता निजी स्कूल में हैं। मम्मी हेडमास्टर हैं और पापा एडमिन की पोस्ट पर हैं।
ऐसे की तैयारी कोचिंग में जो भी पढ़ता था, उसे घर में रिवाइज किया करता था। जो मटेरियल सॉल्व करने देते थे, उसे पूरा करता और अगले दिन डाउट्स क्लियर किया करता था। फ्री टाइम पर मैं मोबाइल पर चेस खेलना पसंद करता था।