साइक्लोनिक सर्कुलेशन का प्रभाव
मौसम विभाग का कहना है कि मध्य असम और मध्य प्रदेश के ऊपर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के प्रभाव के कारण 5 जुलाई को बिहार के सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, भोजपुर और बक्सर में भी मानसूनी बारिश की स्थिति बनी हुई है।
बिहार के इन जिलों में बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने शनिवार को बारिश के साथ-साथ वज्रपात और तेज हवाओं की संभावना व्यक्त किया है। मानसून की सक्रियता बने रहने के कारण विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग स्तर की वर्षा होगी। उत्तर-पश्चिम बिहार के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान और सारण जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। वहीं उत्तर-मध्य बिहार के दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, वैशाली और शिवहर जिला में भी रुक-रुक बारिश होगी। उत्तर-पूर्व बिहार के अररिया, किशनगंज, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया और कटिहार जिला में कई स्थानों पर झमाझम बारिश की संभावना है।
मौसम बदलने की वजह
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का कहना है कि दक्षिण झारखंड और उससे सटे क्षेत्रों में एक चक्रवाती सिस्टम एक्टिव हो गया है। यह समुद्र तल से लगभग 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर है। यह सिस्टम ऊंचाई के साथ साथ दक्षिण दिशा में झुकाव ले रही है। मानसून की ट्रफ लाइन अब बीकानेर, बनस्थली, शिवपुरी, सिंगरौली, चाईबासा और दीघा होते हुए दक्षिण-पूर्व दिशा में पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैल गई है। इसके कारण ही बिहार के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।