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रायपुर

Sunday Guest Editor: खुशबू की रिसर्च ने शुरू करा दिया रस का बिजनेस, ऐसे शुरू हुआ सफर..

Sunday Guest Editor: रायपुर की बिजनेस वुमन शुभिका जैन कहती हैं कि बिजनेस करने के लिए फंडिंग से ज्यादा मेहनत और लगन की जरूरत होती है, क्योंकि आपके आइडिया अच्छे रहते हैं तो आपको फंडिंग आसानी से मिल जाती है।

रायपुरMay 25, 2025 / 12:33 pm

Shradha Jaiswal

खुशबू की रिसर्च ने शुरू करा दिया रस का बिजनेस(photo-patrika)

खुशबू की रिसर्च ने शुरू करा दिया रस का बिजनेस(photo-patrika)

Sunday Guest Editor: सरिता दुबे. छत्तीसगढ़ के रायपुर की बिजनेस वुमन शुभिका जैन कहती हैं कि बिजनेस करने के लिए फंडिंग से ज्यादा मेहनत और लगन की जरूरत होती है, क्योंकि आपके आइडिया अच्छे रहते हैं तो आपको फंडिंग आसानी से मिल जाती है।
इंडिया फोर्ब्स की 30 अंडर 30 की लिस्ट में शुमार शुभिका जैन ने इसेंशियल ऑयल की शुद्धता की जांच से अपना बिजनेस आइडिया खोजा और अपनी मम्मी संगीता जैन की नर्सरी और गार्डनिंग के काम में नया इनोवशन करके रस ब्यूटी के नाम से अपनी कंपनी बनाई। अब इस कंपनी में शुभिका की बहन सुरम्या मार्केटिंग संभालती हैं। हाल ही में उनकी कंपनी को यूनिलिवर वेंचर और अमेजॉन के संभव फंड से 41 करोड़ की फंडिंग मिली है।
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Sunday Guest Editor: तीन लोगों से हुई शुरुआत

मैंने इकोनॉमिक्स में ऑनर्स किया है। कभी सोचा नहीं था कि बिजनेस करूंगी। लेकिन जब मैंने देखा कि कुछ प्रोडक्ट की खुशबू 2 से 3 दिन रहती है तो लगा कि इसमें ऐसा क्या मिलाया जा रहा कि खुशबू इतने दिनों तक आती है। इसेंशियल ऑयल में वॉलेटाइल मॉलेक्यूल होते है, जिसकी खुशबू 3 से 4 घंटे तक ही रहती है। जब ज्यादा समय तक रहने वाले खुशबू वाले प्रोडक्ट को रिसर्च किया तो पता चला कि यह तो कैमिकल वाला है।
उसके बाद ही यह आइडिया आया कि लोगों को असली प्रोडक्ट देने के लिए कुछ काम करना होगा। जब इन प्रोडक्ट की रिसर्च की तो पता चला कि विदेश की कंपनियां हमारे देशी सामान मिलाकर ही ब्यूटी प्रोडक्ट बना रही हैं और यह 20 से 40 गुना महंगे भी होते हैं। बस इसके बाद ही इसी का बिजनेस करने का आइडिया आया और फिर हमने पेड़ के पूरे भाग जिसमें फूल, तना, जड़ पत्ती आते हैं, उससे प्रोडक्ट बनाना शुरू किया और लोगों को पसंद आने लगा।

लोगों ने कहा महंगे प्रोडक्ट कौन खरीदेगा

शुभिका कहती हैं कि तीन लोगों से हमने बिजनेस शुरू किया था। आज हमारे साथ 400 लोग काम करते हैं। इसमें भी 90 फीसदी महिलाएं ही हैं और महिलाओं की आत्मनिर्भरता बहुत जरूरी है। मेरा ऐसा मानना है कि आइडिया हर जगह है और यूथ को काम करने से डरना नहीं चाहिए।
शुभिका कहती हैं कि पहले लोग कहते थे कि इतने महंगे प्रोडक्ट को कौन खरीदेगा, लेकिन आज वही लोग हमारे प्रोडक्ट को खरीद रहे हैं। लोग आज शुद्ध चीजें चाहते हैं जो महंगी तो आएगी ही। हमारे प्रोडक्ट के वेस्ट मटेरियल को हम रिसाइकिल करते हैं। हमारा रिसाइकल विथ रस कार्यक्रम चलता है, जिसमें हम ग्राहक के घर से प्रोडक्ट उठाते हैं और रिसाइकल करते हैं।
सोच: बिजनेस करने के लिए फंडिंग से ज्यादा मेहनत और लगन की जरूरत होती है। sunday@in.patrika.com

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