सरेंडर करने वाले
नक्सली में एक डीवीसीएम (डिवीजनल कमेटी सदस्य) वरिष्ठ कैडर नक्सलियों के साथ एक एसीएम (एरिया कमेटी सदस्य) और दो प्लाटून सदस्य थे। गढ़चिरौली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र सरकार के पुनर्वास योजना 2005 से प्रभावित होकर अब तक 695 सक्रिय नक्सली गढ़चिरौली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर चुके हैं।
CG Naxalites Surrendered: इन नक्सलियों पर था 28 लाख रुपए का इनाम
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर सरकार द्वारा 28 लाख रुपयों का इनाम रखा गया था। समर्पितों में नक्सलियों के टेक्निकल टीम का डीवीसीएम अहेरी तहसील के अर्कापल्ली निवासी अशोक पोच्या सडमेक ऊर्फ बालन्ना ऊर्फ चंद्रशेखर (63), टेक्निकल टीम की एसीएम एटापल्ली तहसील की कोरनार निवासी वनिता दोहे झोरे (54), प्लाटुन क्रमांक 32 का सदस्य भामरागड़ तहसील के तुमरकोडी निवासी साधू लिंगु मोहंदा ऊर्फ शैलेश ऊर्फ समीर (30) और छत्तीसगढ़ के सुकमा जिला अंतर्गत आने वाले सिलीगेंर निवासी पार्टी सदस्य मुन्नी पोदीया कोरसा (25) का समावेश है। 2 नक्सल जोड़ों का समावेश
CG Naxalites Surrendered:
आत्मसमर्पण नक्सलियों में दो नक्सल जोड़े शामिल है। 16 लाख के इनामी डीवीसीएम अशोक सडमेक और 6 लाख की इनामी एसीएम वनिता झोरे पति-पत्नी है। वहीं 4 लाख इनामी साधु मोहंदा और 2 लाख इनामी मुन्नी कोरसा दोनों पत्नी होने की जानकारी पुलिस विभाग ने दी है।
नक्सलियों का आत्मसमर्पण कराने की कार्रवाई पुलिस महानिरीक्षक (नक्सल विरोधी अभियान) संदीप पाटिल, गड़चिरोली परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक अंकित गोयल, सीआरपीएफ के पुलिस उपमहानिरीक्षक अजय कुमार शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, सीआरपीएफ की 9 बटालियन के कमांडेंट शंभु कुमार के मार्गदर्शन की गई।