यह पूरा मामला चिमनगंज थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। यहां पर आगर रोड स्थित निवासी 32 वर्षीय युवक के परिजन उसके लिए दुल्हन तलाश कर रहे थे। इसी दौरान शाजापुर निवासी पुष्पा मिली। उसने और बेबी पाटिल ने डेढ़ महीने पहले शादी के लिए जलगांव की सोनाली पाटिल की फोटो दिखाई थी। शादी के नाम पर पुष्पा और बेबीबाई ने युवक के परिजनों से 3.5 लाख रुपए लिए और चिंतामण गणेश मंदिर में सोनाली की युवक से शादी करा दी। शादी के दो दिन बाद ही 30 जनवरी की रात सोनाली घर से भागने की तैयारी में थी।
शादी के दो दिन बाद ही भागने की फिराक में थी दुल्हन
दुल्हन के भागने की सूचना दोनों पक्षों ने पुलिस को दे दी। जिसके बाद चिमनगंज थाने को सूचना दी गई। यहां पर दुल्हन सोनाली ने पुलिस के सामने कबूला कि वह सिर्फ 1-2 दिन के लिए शादी करने आई थी। इसके बाद उसने भागना था। इधर, पीड़ित परिवार ने बताया कि पुष्पा और बेबी ने एक महिला और युवती को दुल्हन सोनाली की मां और बहन बताकर मिलाया था। सोनाली की तरफ से पुष्पा सहित कुल पांच लोग शादी में शामिल हुए थे। परिजनों को 29 और 30 जनवरी को सोनाली की गतिविधियां संदिग्ध लगने लगी। पुलिस ने उसके ऊपर केस दर्ज कर सोनाली को गिरफ्त में लेकर वन स्टाप सेंटर भेज दिया है।
पुलिस खंगाल रही गैंग के रिकॉर्ड
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा का कहना है कि चिमनगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले अखिलेश पाटीदार ने शाजापुर की महिला पुष्पा सोनी के माध्यम से शादी की बातचीत की थी। महिला शादी के एक-दो दिन बाद ही सामान समेटकर भागने की फिराक में थी। इस दौरान परिवार को शंका हुई तो उन्होंने फौरन पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया। पुष्पा सोनी ने शादी कराने के नाम पर मीडिएटर बनकर 3.50 लाख रुपए लिए थे। गैंग के पुलिस पुराने रिकॉर्ड खंगाल रही है।