अंबेडकर सर्कल अंबेडकर सर्कल बस स्टैंड के निकास द्वार, जयपुर रोड, कचहरी रोड व कलक्ट्रेट से वाहनों की आवाजाही होती है। ऐसे में यहां दिनभर जाम रहता है। बस स्टैंड से निकलने वाली बसें चौराहे पर फंस जाती हैं इस बीच किशनगढ़ के लिए बसें खड़ी रहती हैं,ऐसे में टोडरमल मार्ग व सावित्री से आने वाला यातायात यहां फंस जाता है। यहां से जयपुर रोड या चौराहा घूमकर शहर की ओर जाने वाले वाहन जाम में फंस जाते हैं। यही हालत पुरानी आरपीएससी बिल्डिंग से आने वाला यातायात जयपुर रोड या सावित्री रोड की ओर जाते वक्त जाम में फंस जाता है।
यही हाल शहर के कई चौराहों का है जहां दुर्घटना संभाव्य क्षेत्र बन चके हैं। इनमें सावित्री तिराहा, रीजनल कॉलेज तिराहा, महावीर सर्कल शनि मंदिर, जीसीए चौराहा,यनिवर्सिटी तिराहा आदि शामिल हैं। यहां वाहनों का जाम में फंसना आम हो गया है।
आमने सामने दुर्घटना की आशंका इन चौराहों पर आमने सामने व तीसरे रास्ते से वाहन तेज गति से आते हैं जिससे दुर्घटना संभावना रहती है। ्रजानकारों का कहना है कि यहां यातायात चिन्ह व स्पीड ब्रेकर की दरकार है।
फुटपाथ पर हटें अतिक्रमण सभी चौराहों आसपास कॉर्नर में अतिक्रमण, निजी वाहन, ठेले आदि खड़े रहते हैं जिससे यहां जाम लगा रहता है। अतिक्रमण हटाने के बाद रास्ता सुगम हो सकता है।
———————————- एक्सपर्ट ऑपिनियन शहर के ट्रेफिक के मद्देनजर सड़कों व चौराहों का री डिजाइन जरुरी अजमेर के ट्रैफिक को देखते हुए करीब 20 साल पहले सड़कों व चौराहों के डिजाइन तैयार किए गए थे लेकिन अब वाहनों की संख्या करीब 10 गुना बढ़ गई है इसमें चौपहिया व दुपहिया वाहन शामिल है। ऐसे में चौराहों का री डिजाइन करने की जरुरत है। अन्यथा चौराहों पर ऐसे ही रेंग-रेंग कर वाहन चलेंगे। तकनीकी अधिकारी इसका अध्ययन कर चौराहे का व्यास बढ़ाया जा सकता है।
चौराहों के पास से अतिक्रमण हटाएं चौराहों के चारों ओर 50 मीटर तक कोई वाहन, ठेला या गुमटी थड़ी नहीं होनी चाहिए। चारों ओर सरक्यूलेटिंग एरिया क्लीयर होगा तो वाहन फौरन निकल जाएंगे। चारों ओर अतिक्रमण होने के कारण वाहन की गति थम जाती है जिससे जाम के हालात बनते हैं।
अशोक रंगनानी, पूर्व अधिशाषी अभियंता, सानिवि अजमेर