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बारां

शहर में सुबह रिमझिम बौछारें, शाम को बिन बरसे गुजरे बादल

जिले में बिते 24 घंटो में सर्वाधिक बरसात छीपाबड़ौद में 52 एमएम हुई है। हालांकि आमजन को उमस भरे वातावरण से राहत मिली। जिले में रविवार रात्रि को केवल अन्ता क्षेत्र में मामूली बरसात हुई।

बारांJul 08, 2025 / 01:20 am

mukesh gour

जिले में बिते 24 घंटो में सर्वाधिक बरसात छीपाबड़ौद में 52 एमएम हुई है। हालांकि आमजन को उमस भरे वातावरण से राहत मिली। जिले में रविवार रात्रि को केवल अन्ता क्षेत्र में मामूली बरसात हुई।

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जलवाड़ा इलाके में पांच घंटे लगातार बारिश, नदियों में उफान से रास्ते बंद

बारां. शहर समेत जिले भर में सोमवार को सुबह से शाम तक बादल छाए रहे। वहीं कई क्षेत्रों में बरसात हुई। शहर में जहां सुबह से शाम तक काली घटाए छाई रही, तेज हवाए चली लेकिन बादल बिना बरसे ही गुजर गए। वहीं जिले में बिते 24 घंटो में सर्वाधिक बरसात छीपाबड़ौद में 52 एमएम हुई है। हालांकि आमजन को उमस भरे वातावरण से राहत मिली। जिले में रविवार रात्रि को केवल अन्ता क्षेत्र में मामूली बरसात हुई। वही बीते 24 घंटों में सबसे अधिक बरसात छीपाबड़ौद में 52 एमएम, बारां में 01, अन्ता में 04, मांगरोल में 01, , छबड़ा में 10, अटरु में 22, तथा किशनगंज में 9 एमएम बरसात हुई है। सोमवार को अधिकतम तापमान दो डिग्री लुढकक़र कर 32 डिग्री रहा, वहीं न्यूनतम तापमान यथावत 28 डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार जिले में मंगलवार बुधवार तथा गुरुवार को हल्की से तेज बरसात होने की संभावना बताई गई है।
जलवाड़ा . कस्बे सहित क्षेत्रीय अंचल के रामपुरा, ख्यावदा, कुंडी, बालापुरा, हरिपुरा, अहमदा, अहमदी, खल्दा सहित एक दर्जन से अधिक गांवों में सोमवार को जोरदार बारिश हुई। इससे नदियों व खाळों में उफान आ गया है।
यहां सवेरे करीब आठ बजे से ही जोरदार बारिश शुरू जो दोपहर बारह तक होती रही। फिर एक घंटे बारिश रुकने के बाद एक बजे से एक घंटे तक बारिश हुई। इससे नदियों में उफान आ गया है। यहां बरनी नदी की पुलिया पर ढाई फीट पानी की तो सुखार नदी में दो फीट पानी की चादर चल रही है। खल्दा गांव के निकट उतावली नदी में भी उफान आ गया है। यहां प्रहलादी बड़ी खाल में उफान आ गया। वहीं खेतों में भी लबालब पानी भर कर बह रहा है। यूं तो कस्बे में एक सप्ताह से लगातार बारिश हो रही है। इससे किसान मायूस हैं। यहां अधिकांश किसान खरीफ फसलों की बुवाई नहीं कर सके है। किसानों का कहना है कि मौसम साफ रहेगा तो पंद्रह जुलाई तक जरूर फसलों की बुवाई हो सकती। उसके बाद मुश्किल है। जिन किसानों ने फसलों की बुवाई की है। इसमें कई किसानों का बीज भी अंकुरित नहीं हुआ है या फिर खेतों में ही बीज सड़ गया है। कस्बे सहित क्षेत्रीय अंचल व दूर दराज के इलाकों में जोरदार बारिश होने से बरनी नदी के एनीकट व सुखार नदी की रपट पर एक सप्ताह पूर्व से पानी की चादर चल रही है। इसके कारण अटरू मार्ग बाधित होने से आवागमन बंद है। लोगों को अटरू सहित क्षेत्र में जाने के लिए 9 किमी की जगह देंगनी होते हुए 25 किमी का सफऱ तय करना पड़ रहा है।
बडग़ांव. कस्बे में सोमवार को 1:30 दोपहर 1 घंटे तक मध्यम तेज बारिश हुई। सुबह से ही बादलों की आवाजाही बनी हुई थी, लेकिन हल्की उमस भी थी। बारिश होने से मौसम में ठंडक आ गई। लेकिन कई किसानों के सोयाबीन की बुवाई अभी तक नहीं हुई थी ऐसे में किसानों के चेहरे निराश हो गए। बारिश से सडक़ों पर भी कई जगह हल्का पानी जमा हो गया।

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