परीक्षार्थियों को एक घंटे पहले केंद्रों में प्रवेश दिया। नकल रोकने के पुख्ता इंतजाम थे। उड़नदस्ते बनाए, जिनमें शिक्षा, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों सहित 15 सदस्य शामिल रहे। परीक्षा केंद्र के 100 मीटर के दायरे में आने वाले इ-मित्र संचालक को बंद करवाया गया था।
परीक्षा के कड़े नियमों के कारण कई अभ्यर्थी निराश हुए। महज एक मिनट की देरी ने कई अभ्यर्थियों को परीक्षा से वंचित कर दिया। एक महिला अभ्यर्थी स्टाफ से गेट खोलने की विनती करती दिखी। हालांकि, उन्हें अनुमति नहीं मिली। कुछ अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए बेल्ट उतारनी पड़ी।
हर परीक्षा केंद्र पर दो वीडियोग्राफर तैनात थे। केंद्र अधीक्षक को छोड़कर किसी को भी मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं थी। प्रदेश में हाल में पेपर लीक की घटनाओं के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरती गई। परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र और पहचान पत्रों की कड़ी जांच की गई। परीक्षा के दौरान यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए पुलिस ने खास इंतजाम किए।