राज्य के सभी राजकीय एवं गैर राजकीय शिक्षा संस्थानों में एक साथ एक समय पर सूर्य नमस्कार सुबह 9 बजे किया जाएगा। 20 मिनट के कार्यक्रम में विद्यार्थी, शिक्षकों एवं व्यक्तियों, एसएमसी एवं एसडीएमसी सदस्यों जनप्रतिनिधि एवं आमजन की भागीदारी रहेगी। राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों में आयोजन से पूर्व सूर्य नमस्कार अभ्यास कराने के निर्देश दिए जा चुके हैं। बीमार एवं शल्य प्रक्रिया से गुजरे विद्यार्थी इसका हिस्सा नहीं होंगे लेकिन पांचवीं तक के बच्चे सूर्य नमस्कार की कुछ क्रियाओं में भागीदार अवश्य बनेंगे। मुख्य कार्यक्रम राजेन्द्र मार्ग स्कूल में सुबह 9 बजे होगा।
क्रीडा भारती संस्था करेगी सहयोग क्रीड़ा भारती संस्था सूर्य नमस्कार में सभी शिक्षा संस्थाओं का सहयोग करेगी। संस्था से जुड़े एक्सपर्ट विद्यालयों में जाकर न केवल सूर्य नमस्कार का महत्व बताएंगे, साथ ही नमस्कारासन, हस्तोत्तानासन सहित योग की सभी क्रियाओं को लाइव करके समझाएंगे ताकि प्रतिदिन विद्यालयों में प्रार्थना सभा के समय अभ्यास कराया जा सके और सूर्य सप्तमी को एक साथ सभी स्कूलों में सूर्य नमस्कार की निर्धारित 10 योग क्रियाओं को किया जा सके। योग में एक्सपर्ट्स एवं कई एनजीओ भी विद्यालयों में सहयोग करेंगे।
संस्था प्रधानों को दिए तैयारियों के आदेश सभी संस्था प्रधानों को भेजे आदेश में सूर्य नमस्कार कार्यक्रम की तैयारियां शुरू करने को कहा है। कहा कि विद्यालयों में कार्यरत शारीरिक शिक्षकों को सूर्य नमस्कार के जानकार दक्ष प्रशिक्षकों से प्रशिक्षित दिलाएं। विद्यार्थियों को सूर्य नमस्कार का महत्व समझाया जाए। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष प्रदेश के 78,974 स्कूलों के 1.33 करोड़ विद्यार्थियों ने एक साथ सूर्य नमस्कार कर विश्व रेकॉर्ड बनाया था। प्रार्थना सभा के दौरान सूर्य नमस्कार को नियमित रूप से शामिल करने की योजना है।
शाला दर्पण पोर्टल देनी होगी सूचना सीबीईओ डॉ. रामेश्वर जीनगर ने बताया कि सूर्य नमस्कार कार्यक्रम की समाप्ति के बाद इसकी सूचना शाला दर्पण पोर्टल पर दर्ज करनी होगी। इसके निर्देश सभी संस्था प्रधान को दिए गए है। इसके आधार पर आंकडे सामने आएंगे की एक साथ कितने विद्यार्थियों ने सूर्य नमस्कार किया है।