स्पीकर का डोटासरा ने जताया आभार
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि स्पीकर ने बड़ा दिल दिखाया और सत्ता पक्ष ने गतिरोध खत्म करने की पहल की। इसके लिए पूरा सदन उनका धन्यवाद करता है। जब से आपने स्पीकर का पद संभाला है, आपने हमेशा विपक्ष को संरक्षण दिया है। उन्होंने आगे कहा कि इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी से यह विवाद पैदा हुआ और इस कारण कांग्रेस विधायकों को आक्रोश में अध्यक्ष की टेबल तक जाना पड़ा। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम को खेदजनक बताया और भविष्य में सदन में सौहार्दपूर्ण चर्चा की अपील की।
अब विकास पर चर्चा होनी चाहिए- जूली
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि जो कुछ सदन में हुआ, वह नहीं होना चाहिए था। अब जब गतिरोध समाप्त हो गया है, तो सरकार और विपक्ष को मिलकर राजस्थान के विकास पर चर्चा करनी चाहिए। संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने भी स्पीकर से गतिरोध समाप्त करने का अनुरोध किया, जिसके बाद बहाली का निर्णय लिया गया।
क्या था गतिरोध का पूरा मामला?
गतिरोध की शुरुआत तब हुई जब मंत्री अविनाश गहलोत ने सदन में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को ‘आपकी दादी’ कहकर संबोधित किया। कांग्रेस विधायकों ने इस टिप्पणी को असंसदीय करार दिया और कड़ा विरोध जताया। इसके बाद छह विधायकों को निलंबित कर दिया गया, जिससे कांग्रेस भड़क उठी और चार दिन तक विधानसभा में धरना दिया। इस विवाद के चलते विधानसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी और सरकार व विपक्ष के बीच बातचीत के दौर भी चले। अंततः स्पीकर और सत्ता पक्ष की पहल पर गतिरोध समाप्त हुआ और सभी निलंबित विधायकों की बहाली कर दी गई।