scriptJhalawar Borewell Incident : बोरवेल में गिरे पांच साल के मासूम की मौत, परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल, करीब 14 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन | Jhalawar Borewell Incident: A five-year-old child died after falling into a borewell, his family members were inconsolable, rescue operation lasted for about 14 hours | Patrika News
झालावाड़

Jhalawar Borewell Incident : बोरवेल में गिरे पांच साल के मासूम की मौत, परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल, करीब 14 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

झालावाड़ में बोरवेल में गिरे बच्चे को आज अलसुबह बाहर निकाल लिया गया है। जिसकी मौत हो चुकी है।

झालावाड़Feb 24, 2025 / 09:25 am

Manish Chaturvedi

झालावाड़ में बोरवेल में गिरे बच्चे को आज अलसुबह बाहर निकाल लिया गया है। जिसकी मौत हो चुकी है। मामला डग थाना क्षेत्र के पाड़ला गांव का है। जहां कल दोपहर 300 फीट गहरे बोरवेल में पांच वर्षीय प्रह्लाद गिर गया था। उसके बाद बच्चे को बचाने के लिए रेस्क्यू आॅपरेशन चलाया गया है। लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका। आज तड़के करीब साढ़े तीन बजे रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया था। करीब 14 घंटे के पूरा रेस्क्यू आॅपरेशन चला। एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीम ने बच्चे को बाहर न‍िकाला। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव डग चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया है, जहां उसका पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।
पुलिस ने बताया कि रविवार को प्रह्लाद पुत्र कालूलाल अपने माता-पिता के साथ खेत पर गया था। माता-पिता खेत में काम करने में व्यस्त थे और प्रह्लाद बोरवेल के पास खेल रहा था। इसी दौरान दोपहर करीब 1:40 बजे वह अचानक 300 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया। यह बोरवेल तीन दिन पहले ही खुदवाया गया था और इसे ठीक से ढका नहीं गया था। बताया जा रहा है कि बच्चा बोरवेल को ढकने के लिए रखे गए पत्थर के साथ ही नीचे गिर गया।
प्रशासन और ग्रामीणों ने किया बचाव का प्रयास

बच्चे के बोरवेल में गिरने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों और परिजनों ने उसे निकालने के लिए रस्सी डालकर प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद प्रशासन को जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही थाना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। झालावाड़ से एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) की टीम मौके पर पहुंची और बच्चे को बचाने का अभियान शुरू किया। कुछ ही घंटों बाद कोटा से एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) की टीम भी मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज किया।
14 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

बचाव दलों ने बोरवेल के समानांतर गड्ढा खोदकर बच्चे तक पहुंचने की कोशिश की। प्रह्लाद 30 फीट की गहराई पर अटका हुआ था और शुरू में उसकी रोने की आवाजें आ रही थीं। उसे पाइप के जरिए ऑक्सीजन दी जा रही थी ताकि वह सांस ले सके। हालांकि, इलाके का पथरीला भूभाग होने के कारण खुदाई करने में काफी दिक्कतें आईं। बचाव दलों ने देशी जुगाड़ का भी सहारा लिया और रिंग फंसाकर बच्चे को बाहर निकालने की कोशिश की। लेकिन करीब 14 घंटे चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन के बावजूद बच्चे को बचाया नहीं जा सका।
गांव में छाया मातम

इस हृदयविदारक घटना के बाद पाड़ला गांव में मातम छाया हुआ है। मासूम के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे गांव में शोक का माहौल है। वहीं प्रशासन की ओर से लगातार लोगों से अपील की जा रही है कि खुले बोरवेल को तत्काल ढकें ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं को टाला जा सके।

Hindi News / Jhalawar / Jhalawar Borewell Incident : बोरवेल में गिरे पांच साल के मासूम की मौत, परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल, करीब 14 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

ट्रेंडिंग वीडियो