क्या है मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना?
मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना का उद्देश्य उन विद्यार्थियों को निशुल्क कोचिंग प्रदान करना है जो सरकारी नौकरियों की तैयारी या प्रोफेशनल कोर्स की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों को बेहतर तैयारी का मौका देना और समान अवसर प्रदान करना है ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि यह निर्णय विद्यार्थियों की बढ़ती मांग और शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार की निरंतर प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य अधिक से अधिक छात्रों को इस योजना का लाभ प्रदान करना है, ताकि वे सरकारी नौकरियों और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकें।
यह योजना किसके लिए है?
मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना मुख्य रूप से उन छात्रों के लिए है जो विभिन्न सरकारी नौकरियों के लिए होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं। प्रोफेशनल कोर्सों (जैसे मेडिकल, इंजीनियरिंग, आदि) के लिए प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र हैं और उच्च गुणवत्ता वाली कोचिंग का खर्च उठाने में सक्षम नहीं हैं।
आवेदन कैसे करें?
इच्छुक अभ्यर्थी अपने आवेदन SSO पोर्टल (https://sso.rajasthan.gov.in) के माध्यम से ऑनलाइन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए छात्रों को SSO पोर्टल पर लॉगिन करके “सीएम अनुप्रति कोचिंग योजना” के आइकन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद एसजेएमएस ऐप पर जाकर “सीएम अनुप्रति कोचिंग योजना” के विकल्प का चयन कर आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
क्या है योजना का उद्देश्य?
मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना का प्रमुख उद्देश्य यह है कि अधिक से अधिक विद्यार्थियों को निःशुल्क उच्च गुणवत्ता वाली कोचिंग की सुविधा मिल सके। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि राज्य के छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं और प्रोफेशनल कोर्सों की प्रवेश परीक्षाओं में सफल होने के समान अवसर मिलें, भले ही वे आर्थिक रूप से सक्षम न हों। इस योजना के तहत कोचिंग की गुणवत्ता और सफलता सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने विभिन्न प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों को सूचीबद्ध किया है, जो विद्यार्थियों को उत्कृष्ट तैयारी का अवसर देंगे।