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टीकमगढ़

ढोंगा मैदान में नहीं बन पाए अन्य खेलों के स्टेडियम, इंडोर एवं आउटडोर स्टेडियम का आज भी इंतजार

ढोंगा माता बेटी बाई लोधी मैदान द्वार

टीकमगढ़Jan 28, 2025 / 11:54 am

akhilesh lodhi

ढोंगा माता बेटी बाई लोधी मैदान द्वार

ढोंगा माता बेटी बाई लोधी मैदान द्वार

खिलाड़ी स्वयं के खर्चें पर समतल करते है मैदान, एस्ट्रो टर्फ की हुआ शुभारंभ

टीकमगढ़. करोड रुप की लागत से ढोंगा माता बेटी बाई खेल मैदान के चारो ओर बांउड्रीबाल और तीन गेट बन गए है। उस मैदान में एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम भी बन गया है, लेकिन अन्य खेलों के स्टेडियम का बनना आज भी शुरू नहीं हो पाया है। जबकि १२ प्रकार के खेलों के मैदान बनाने की योजना थी। अब यह प्रक्रिया ठंडे बस्ते में चली गई है। खिलाड़ी और टीमें स्वयं के खर्चे पर मैदान का समतलीय कराते है।
वर्ष २०१२-१३ में ५० एकड के ढोंगा मैदान के चारों ओर बाउंड्रीबाल के साथ तीन गेट निर्माण किए गए थे। इस मैदान में १२ प्रकार के खेलों के स्टेडियम बनाने का प्रस्ताव रखा था। इसका दो बार शिलान्यास भी किया गया है। लेकिन खेल सुविधाओं की चर्चा आगे नहीं बढ़ पाई है। इस मैदान में खिलाड़ी और टीमें स्वयं के खर्चे पर मिट्टी मुरम डालकर मैदान को समलत करते है। जबकि खिलाडिय़ों द्वारा हर बार प्रशासनिक अधिकारियों से सुविधाएं दिलाने की मांग की जाती है। १३ सालों में सिर्फ एस्ट्रो टर्फ का स्टेडियम बनना शुरू हुआ है।
यह है खिलाएं जाते खेल
हॉकी, फु टबॉल, एथलेटिक्स, दौड़, कराते, योगा, मलखम्ब, टेनिस, बैड मेंटन, क्रिकेट। वैसे तो शिक्षा विभाग के कलेंडर अनुसार ५२ प्रकार के खेल है। लेकिन इनके लिए खेल मैदान नहीं है। पुलिस लाइन, नजरबाग, गंजीखाना और ढोंगा मैदान है। जिनमें प्रतियोगिताएं आयोजित होती रहती है।
अब तक नहीं हो पाया इंडोर और आउटडोर स्टेडियम
बताया गया कि ढोंगा मैदान का कायाकल्प करोडों रुपए की लागत से किया गया है। करोडों की लागत से इंडोर स्टेडियम और आउटडोर स्टेडियम के साथ १२ प्रकार के खेलों के खेल मैदान तैयार किए जाने थे, लेकिन १३ सालों में ५० एकड वाले मैदान का समतलीय करण तक नहीं हो पाया है।
यह तैयार कराए जाने थे खेल मैदान
ढोंगा माता बेटी बाई मैदान में फुटबाल, हॉकी मैदान, कुश्ती, बैडमिंटन, इंडोर, आउटडोर, किक्रेट, बॉलीबाल, खो-खो, कबड्डी, १००, ४००, ८०० और १६०० मीटर की जॉगिंग ट्रैक, उंची कूंद, लंबी कूंद, जूडरो कराटे, टेबल टेनिस सुविधा की कार्य योजना थी। लेकिन यह आज तक शुरू नहीं हो पाई है।
इनका कहना
यहां पर गंजी खाना, पुलिस लाइन, नजर बाग, ढोंगा मैदान ही खेलों के लिए है। ढोंगा मैदान में विभिन्न खेलों के स्टेडियम बनाने की योजना थी। इन मैदानों से खिलाडिय़ों को खेलने का मौका मिल सकता था।
एसडी अहिरवार, जिला खेल शिक्षा विभाग टीकमगढ़।
क्रिकेट स्टेडियम बनाने का प्रस्ताव तत्कालीन कलेक्टर के पास रखा था। उन्होंने उच्च स्तर पर बात करने की चर्चा की थी। निकट भविष्य में एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम बनकर तैयार हो जाएगा। बाकी खेलों के स्टेडियम निर्माण की जानकारी नहीं है।
सीताराम, एएसपी एवं खेल युवक कल्याण विभाग टीकमगढ़।

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