इस तरह से खुला पूरा मामला पुलिस ने 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज, 100़ मोबाइल नंबरों का विश्लेषण और इलाके के सैकड़ों लोगों से पूछताछ कर इस मामले को सुलझाया। संदिग्ध वाहन क्रेटा कार की पहचान करने में कॉन्स्टेबल रिंकेश जाखड़ और वीरेंद्र सिंह की अहम भूमिका रही, जिसके बाद आरोपी तक पहुंच बनाई गई।
इस तरह से की गई वारदात दिल्ली की रहने वाली आरती कुमारी उर्फ परवीन, आरोपी विनोद टांक से अवैध संबंधों में थी और बार.बार उससे अलग.अलग चीजों की मांग कर रही थी। इससे परेशान होकर विनोद ने ग्रेटर कैलाश बडी स्थित मृतका के किराए के मकान में गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। शव को अपनी क्रेटा कार में रखकर मदार गांव के सार्वजनिक श्मशान में ले गया और पहचान मिटाने के लिए पेट्रोल डालकर जला दिया। ये घटनाक्रम रात को अंजाम दिया गया था। आरोपी करीब नौ से दस घंटे तक लाश को अपनी गाड़ी में लेकर ही घूमता रहा।
एसपी योगेश गोयल के निर्देशन में पुलिस टीम ने इस जघन्य अपराध का खुलासा किया। कॉन्स्टेबल रिंकेश जाखड़ ने संदिग्ध वाहन की पहचान की और उसके बाद कॉन्स्टेबल वीरेंद्र सिंह ने मृतका और आरोपी की जानकारी जुटाई। कॉन्स्टेबल सुरेंद्र जाखड़ व सवाई सिंह ने लगातार संदिग्ध वाहन और व्यक्तियों की तलाश की। आरोपी को रिमांड पर लेने की तैयारी की जा रही है।